हरिद्वार। जान लेवा हमला करने के मामले में आरोपी को सत्र न्यायाधीश सिकंद कुमार त्यागी ने पांच वर्ष के कठोर कारावास व 16 हजार रुपये के जुर्माने की सजा सुनाई है। शासकीय अधिवक्ता इंद्रपाल बेदी ने बताया कि आठ जून 2016 को भगवानपुर थाना क्षेत्र में पुरानी रंजिश को लेकर ग्रामीण वसीम को गोली मार कर गंभीर रूप से घायल कर दिया था। घटना के अनुसार साढ़े छह बजे शाम वसीम गांव में मतलूब की दुकान पर खड़ा हुआ था। वहां पर आरोपी मौके से बंदूक लहराता हुआ और वसीम को गोली मारकर वहां से चला गया था। मौके पर मौजूद परिवार वालों व राहगीरों ने चोटिल वसीम को इलाज के लिए सरकारी अस्पताल रुड़की पहुंचाया था। चोटिल वसीम की गंभीर हालत को देखकर डॉक्टर ने उसे हायर सेंटर मेरठ रैफर किया था। वसीम के भाई शमीम अहमद ने हमलावर संदीप कुमार पुत्र चमनलाल निवासी ग्राम मानक माजरा थाना भगवानपुर के खिलाफ अपने भाई को जान से मारने की नीयत से फायर करने का मुकदमा दर्ज कराया था। शमीम अहमद ने बताया कि उसके भाई वसीम व आरोपी के बीच दीवार को लेकर कहासुनी हुई थी। इसी रंजिश पर हमलावर पर अपने भाई वसीम के ऊपर जानलेवा हमला करने का आरोप लगाया था। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया था। वादी पक्ष की ओर से 10 गवाह पेश किए। जबकि बचाव पक्ष की ओर से तीन गवाह पेश किए गए। दोनों पक्षों को सुनने के बाद न्यायालय ने संदीप को दोषी पाते हुए 5 वर्ष की कैद तथा 15 हजार रुपए जुर्माने की सजा सुनाई है। न्यायालय ने वारदात में प्रयुक्त बन्दूक रखने के मामले में आरोपी को दोषी पाते हुए छह माह की कैद व एक हजार रुपये जुर्माने की सजा भी सुनाई है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment