हरिद्वार। निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हुई घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। देवभूमि में ऐसी घटनाओं के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड देश का सबसे शांत राज्य है। हल्द्वानी में तोड़फोड़ व आगजनी जैसी घटनाएं की गयी। पुलिसकर्मियों को भी मारा पीटा गया,सरकारी सम्पत्ति को भी नुकसान पहुंचाया गया,जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। सरकार को ऐसे असामाजिक तत्वों को चिन्हित कर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री से घटना के षड़यंत्रकारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाही की मांग करते हुए कहा कि प्रदेश में आतंक फैलाने वाली घटनाओं की पुनर्रावृत्ति किसी भी सूरत में ना हो। संत समाज सरकार के साथ है। स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि ऐसी घटनाओं से प्रदेश की छवि धूमिल होती है। असामाजिक तत्व किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किए जाने चाहिए। षड़यंत्र के तहत इस घटना को अंजाम दिया गया है। पूरी घटना की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। ताकि उत्तराखंड में फिर ऐसी घटना घटित ना हो सके।
हरिद्वार। निरंजन पीठाधीश्वर आचार्य महामंडलेश्वर स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि हल्द्वानी के बनभूलपुरा में हुई घटना दुर्भाग्यपूर्ण है। देवभूमि में ऐसी घटनाओं के लिए कोई जगह नहीं है। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड देश का सबसे शांत राज्य है। हल्द्वानी में तोड़फोड़ व आगजनी जैसी घटनाएं की गयी। पुलिसकर्मियों को भी मारा पीटा गया,सरकारी सम्पत्ति को भी नुकसान पहुंचाया गया,जिसे बर्दाश्त नहीं किया जा सकता है। सरकार को ऐसे असामाजिक तत्वों को चिन्हित कर कड़ी से कड़ी कार्रवाई की जानी चाहिए। उन्होंने प्रदेश के मुख्यमंत्री से घटना के षड़यंत्रकारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाही की मांग करते हुए कहा कि प्रदेश में आतंक फैलाने वाली घटनाओं की पुनर्रावृत्ति किसी भी सूरत में ना हो। संत समाज सरकार के साथ है। स्वामी कैलाशानंद गिरी महाराज ने कहा कि ऐसी घटनाओं से प्रदेश की छवि धूमिल होती है। असामाजिक तत्व किसी भी सूरत में बर्दाश्त नहीं किए जाने चाहिए। षड़यंत्र के तहत इस घटना को अंजाम दिया गया है। पूरी घटना की उच्च स्तरीय जांच कर दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाए। ताकि उत्तराखंड में फिर ऐसी घटना घटित ना हो सके।
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