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मन से मृत्यु का भय दूर करती है श्रीमद्भागवत कथा-श्रीमहंत रघुवीर दास


 हरिद्वार। रेलवे रोड़ स्थित श्री सुदर्षन आश्रम अखाड़ा के श्रीमहंत रघुवीर दास महाराज के संयोजन में साकेतवासी श्रीमहंत स्वामी सरस्वत्याचार्य महाराज की 33वीं पुण्यतिथी के उपलक्ष्य में आयोजित गुरूजन स्मृति महोत्सव के अवसर पर आयोजित श्रीमद्भागवत कथा के सातवें दिन सुदामा चरित्र की कथा का श्रवण कराते हुए कथाव्यास हरिनामदास पंडित चन्द्रसागर महाराज ने कहा कि सुदामा गरीब ब्राह्मण थे। संदीपनी मुनि के आश्रम में विद्या अध्ययन के दौरान उनकी और श्रीकृष्ण की मित्रता हुई। शिक्षा पूरी करने के बाद दोनों अपने घर लौट गए। श्रीकृष्ण द्वारिका के राजा बन गए। लेकिन सुदामा की स्थिति बड़ी दयनीय थी। पत्नि और बच्चों के साथ झोंपड़ी में निवास करते थे। बड़ी कठिनाई में दिन गुजार रहे थे। लेकिन कभी किसी से कुछ नहीं मांगते थे। सदा ईश्वर की भक्ति करते और श्रीकृष्ण की मित्रता को याद करते। एक बार पत्नि के कहने पर सुदामा एक पोटली में दस मुठ्ठी चावल लेकर कृष्ण से मिलने द्वारिका पहुंचे। द्वारपालों से सुदामा के आने का समाचार मिलने पर कृष्ण दौड़े आए और सुदामा को गले लगा लिया। उनका खूब आदर सत्कार किया। कृष्ण जानते थे कि सुदामा उनसे कुछ नहीं मांगेगे। कृष्ण ने सुदामा के बिना कुछ मांगे ही उन्हे सातों लोक की संपदा उनके नाम कर दी। सुदामा जब वापस अपने गांव लौटे तो अपनी झोंपड़ी की जगह महलों को देखकर आश्चर्य में पड़े गए। कथाव्यास ने कहा कि निष्काम भाव से भक्ति करने वाले अपने भक्त का भगवान स्वयं ध्यान रखते हैं और उसे सर्वस्व अर्पण कर देते हैं। श्रीमहंत रघुवीर दास महाराज ने कहा कि श्रीमद्भागवत कथा मन से मृत्यु का भय दूर कर मोक्ष प्रदान करती है। जब राजा परीक्षित को तक्षक नाग के डसने से मृत्यु का श्राप मिला तो शुकदेव मुनि ने उन्हें सात दिन तक श्रीमद्भागवत कथा का श्रवण कराया। कथा से प्रभाव से राजा परीक्षित का भय दूर हो गया और उन्हें मोक्ष की प्राप्ति हुई। इसी प्रकार बुरे कर्मो के चलते मृत्यु के बाद प्रेत योनि में भटक रहे धुंधकारी की मुक्ति के लिए उनके भाई ने श्रीमद्भावगत कथा का आयोजन किया। जिससे धुंधकारी प्रेत योनि से मुक्त हो गया औरह उसे बैकुंठ लोक में स्थान प्राप्त हुआ। इस अवसर पर महंत सूरजदास,महंत जयराम दास,महंत बिहारी शरण, स्वामी अंकित शरण,महंत सुरेश दास,पुजारी गिरीष दास,विजय शर्मा,निर्मला शर्मा,अभिषेक शर्मा,तनु शर्मा,कुलदीप डोगरा,बबली डोगरा,रमेश रानी माता,सच्चिदानंद,मुनेश तिवारी,सत्यानंद सेमवाल सहित बड़ी संख्या में श्रद्धालु जन शामिल रहे। 


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ऋषिकेश मेयर सहित तीन नेताओं को पार्टी ने थमाया नोटिस

 हरिद्वार। भाजपा की ओर से ऋषिकेश मेयर,मण्डल अध्यक्ष सहित तीन नेताओं को अनुशासनहीनता के आरोप में नोटिस जारी किया है। एक सप्ताह के अन्दर नोटिस का जबाव मांगा गया है। भारतीय जनता पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में ऋषिकेश की मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं, ऋषिकेश के मंडल अध्यक्ष दिनेश सती और पौड़ी के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश रावत को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनबीर सिंह चैहान के अनुसार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने नोटिस जारी किए हैं। नोटिस में सभी को एक सप्ताह के भीतर अपना स्पष्टीकरण लिखित रूप से प्रदेश अध्यक्ष अथवा महामंत्री को देने को कहा गया है।

धूमधाम से गंगा जी मे प्रवाहित होगा पवित्र जोत,होगा दुग्धाभिषेक -डॉ0नागपाल

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