Skip to main content

Posts

समान नागरिक संहिता लागू करना मुख्यमंत्री का साहसिक फैसला-स्वामी ऋषिश्वरानंद

 हरिद्वार। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा प्रदेश में समान नागरिक संहिता लागू करने की घोषणा किए जाने पर चेतन ज्योति आश्रम के अध्यक्ष स्वामी ऋषिश्वरानंद ने मुख्यमंत्री को शुभकामनाएं प्रदान की है और उनके इस निर्णय को प्रदेश के लिए ऐतिहासिक फैसला बताया है। प्रैस को जारी बयान में स्वामी ऋषिश्वरानंद ने कहा कि उत्तराखंड की संस्कृति और विरासत सदियों से भारतीय सभ्यता के मूल में समाहित रही है। ऋषि-मुनियों की देवभूमि उत्तराखंड समस्त विश्व के लिए अध्यात्म का केंद्र रही है। समान नागरिक संहिता लागू होने पर सभी नागरिकों के लिए एक समान कानून लागू किए जाएंगे। जोकि सभी के लिए हितकारी हैं। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी द्वारा लिया गया यह निर्णय एक साहसिक कदम है। देश के विकास के लिए पूरे भारत में यूनिफॉर्म सिविल कोड लागू होना चाहिए। भाजपा ने मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी पर विश्वास जताया है और उन्हें दोबारा मुख्यमंत्री का दायित्व सौंपा है। उनको उत्तराखंड के समग्र विकास की योजनाएं बनानी चाहिए साथ ही रोजगार और पलायन जैसे अहम मुद्दों को भी हल करने के लिए प्रयास करने चाहिए। उन्

अनादि काल से विश्व को मार्गदर्शन दे रहे भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म-स्वामी भगवत स्वरूप

 हरिद्वार। ब्रह्मलीन महामंडलेश्वर स्वामी रामस्वरूप वेदांताचार्य महाराज के आठवें निर्वाण महोत्सव के उपलक्ष में श्री गुरु मंडल आश्रम में विद्वत सम्मेलन आयोजित किया गया। जिसमें संत समाज के साथ-साथ हरिद्वार के ब्राह्मण और आचार्यों ने भी हिस्सा लिया। इस अवसर पर कार्यक्रम को संबोधित करते हुए स्वामी शिव योगी रघुवंश पुरी व्याकरणाचार्य महाराज ने कहा कि संत परंपरा पूरे विश्व में भारत को महान बनाती है और विद्वान महापुरुष ही एक सशक्त राष्ट्र का निर्माण कर सकते हैं। उन्होंने कहा कि देश को एक नई दिशा प्रदान करने में ब्राह्मण समाज का अहम योगदान है और संत महापुरुषों द्वारा दी गई शिक्षा अनंत काल तक लोगों का मार्गदर्शन करती है। महामंडलेश्वर स्वामी भगवत स्वरूप दर्शनाचार्य महाराज ने कहा कि भारतीय संस्कृति और सनातन धर्म अनादि काल से विश्व का मार्गदर्शन करते चले आ रहे हैं। हमें अपनी संस्कृति और संस्कारों का बोध अवश्य होना चाहिए। सनातन परंपराएं निर्वहन करते हुए राष्ट्र को उन्नति की ओर पहुंचाना ही संतों का मूल उद्देश्य है। युवा पीढ़ी और संत समाज भारत की राष्ट्रीय धरोहर हैं। जिनके कंधे पर भविष्य की जिम्मेदारी ह

गणेश शंकर विद्यार्थी की पुण्यतिथि पर पत्रकारों ने दी श्रद्धांजलि

 हरिद्वार। नेशनल यूनियन ऑफ जर्नलिस्ट हरिद्वार इकाई की और से पत्रकारिता के शीर्ष पुरुष गणेश शंकर विद्यार्थी के बलिदान दिवस के अवसर पर विचार गोष्ठी का आयोजन किया गया। प्रेस क्लब हरिद्वार के सभागार में आयोजित श्रद्धांजलि समारोह एवं गोष्ठी की अध्यक्षता प्रेस क्लब के अध्यक्ष राजेंद्रनाथ गोस्वामी व मुख्य अतिथि के रूप में सूचना निदेशालय के उप निदेशक मनोज श्रीवास्तव व विशिष्ट अतिथि के रूप में प्रेस क्लब के चुनाव अधिकारी सुभाष कपिल उपस्थित रहे। संगोष्ठी में एनयूजे सहित अन्य पत्रकार संगठनों के सदस्यों ने भी भाग लिया। गोष्ठी का संचालन संस्था के संयोजक जयपाल सिंह ने किया। गोष्ठी को संबोधित करते हुए मुख्य अतिथि मनोज श्रीवास्तव ने कहा कि गणेश शंकर विद्यार्थी के बलिदान दिवस को ही नहीं एनयूजे उनकी जयंती को भी हर वर्ष समारोह के रूप में मनाता आ रहा है। उनके व्यक्तित्व और कृतित्व से देश के पत्रकार समाज को अवगत कराते हुए उनकी देशभक्ति और सामाजिक निष्ठा के माध्यम से समाज को उनके आदर्शों का अनुपालन करने हेतु प्रेरित कर रहे हैं। गोष्ठी में बोलते हुए प्रेस क्लब अध्यक्ष राजेन्द्र नाथ गोस्वामी ने कहा कि आज जरूर

अखिल भारतीय संस्कृत शोध सम्मेलन में भाग लेंगे विभिन्न राज्यों के संस्कृत विद्वान

 हरिद्वार। श्री भगवानदास आदर्श संस्कृत महाविद्यालय में शनिवार को आयोजित किए जा रहे अखिल भारतीय संस्कृत शोध सम्मेलन में कई राज्यों के संस्कृत के विद्वान एवं शोधार्थीयों के अलावा हरिद्वार के संस्कृत महाविद्यालयों के विद्वान भी शामिल होंगे। महाविद्यालय के प्रभारी प्राचार्य डा.वीके सिंहदेव ने जानकारी देते हुए बताया कि केन्द्रीय संस्कृत विश्वविद्यालय के अनुदान से आयोजित किए जा रहे एकदिवसीय अखिल भारतीय संस्कृत शोध सम्मेलन में विद्वान ‘‘कारकविमर्शः‘‘ ‘‘काव्यात्मविवेचनम्‘‘ ‘‘संस्कृतसाहित्ये राष्ट्रियचिन्तनम्‘‘ एवं ‘‘योगः कर्मशु कौशलम्‘‘ आदि विषयों पर चर्चा करेंगे। सम्मेलन में भाग लेने आ रहे विद्वानों एवं शोथार्थीयों के पंजीकरण की व्यवस्था पूर्णरूप से निश्शुल्क है। आगन्तुकों के लिए भोजन एवं आवास की व्यवस्था भी महाविद्यालय की ओर से की जा रही है। शोध सम्मेलन का उद्देश्य संस्कृत के प्राचीन शास्त्रों पर विचार विमर्श कर उनकी उपादेयता को समाज के समक्ष स्थापित करना है।

माहेश्वरी सेवा सदन प्रबंधकारिणी समिति की बैठक 27 को

 हरिद्वार। माहेश्वरी सेवा सदन प्रबंधकारिणी समिति की बैठक रविवार को पुष्कर में आहूत की गयी है। जानकारी देते हुए माहेश्वरी सेवा सदन के महामंत्री रमेशचंद्र छापरवाल ने बताया कि समिति के अध्यक्ष रामकुमार भूतड़ा की अध्यक्षता में प्रधान कार्यालय पुष्कर में होने वाली वर्तमान सत्र की प्रथम बैठक में देश भर से पदाधिकारियों सहित लगभग दौ सौ सदस्य उपस्थित रहेंगे। बैठक में नवमनोनीत प्रबन्धकारिणी सदस्यों एवं कार्यालय मंत्री को शपथ दिलायी जाएगी। इसके अलावा विभिन्न भवनों के उचित संचालन हेतु पदाधिकारियों को सौंपे गए दायित्व के अनुसार पदाधिकारियों द्वारा प्रस्तुत कार्ययोजना एवं भवनों के आवश्यक रखरखाव संबंधी कार्यो पर चर्चा एवं आवश्यक बजट की स्वीकृति ली जाएगी। नासिक एवं जगन्नाथपुरी में भवनों का निर्माण शुरू कराने, अजमेर में छात्रावास निर्माण, आगामी वित्तीय वर्ष के लिए अंकेक्षक की नियुक्ति आदि विषयों पर विचार-विमर्श कर निर्णय लिया जाएगा तथा सेवा सदन की वर्तमान वित्तीय स्थिति से बैठक में उपस्थित पदाधिकारियों एव सदस्यों को अवगत कराया जाएगा।

मिशन सुनहरा कल कार्यक्रम के तहत किया आओ स्कूल चलें नामांकन कार्यक्रम का आयोजन

 हरिद्वार। आईटीसी सीएसआर के मिशन सुनहरा कल शिक्षा कार्यक्रम के तहत शुक्रवार को ज्वालापुर स्थित प्राथमिक विद्यालय नं.5 में लोकमित्र संस्था की और से आओ स्कूल चलें नामांकन कार्यक्रम का आयोजन किया गया। कार्यक्रम में स्कूल से ड्रापआउट बच्चांें की पहचान कर उन्हें स्कूल भेजने पर विचार विमर्श किया। कार्यक्रम में पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राव आफाक अली, प्राथमिक विद्यालय नं.5,राजकीय प्राथमिक विद्यालय नं.3, राजकीय प्राथमिक विद्यालय सराय के प्रधानाध्यपक, वार्ड पार्षद, अभिभावकों ने विचार रखे। इस दौरान बच्चों ने समूह नृत्य, नाटक, कविता आदि प्रस्तुत किए। कार्यक्रम का संचालन लोकमित्र कार्यक्रम समन्वयक जाफरी ने किया। इस दौरान विचार रखते हुए पूर्व जिला पंचायत अध्यक्ष राव आफाक अली ने कहा कि शिक्षा पर प्रत्येक बच्चे का अधिकार है। बच्चे देश का भविष्य हैं। शिक्षा हासिल कर बच्चे जिम्मेदार नागरिक बनें और देश की तरक्की में योगदान करें। इसके लिए सभी को प्रयास करने की आवश्यकता है। खासतौर पर अभिभावकों का दायित्व है कि बच्चों को स्कूल अवश्य भेंजे। उन्होंने कहा कि आईटीसी सीएसआर मिशन सुनहरा कल स्कूल ना जा पाने वाले

राज्य आंदोलनकारी ने पेश की ईमानदारी की मिसाल

  हरिद्वार। राज्य आंदोलनकारी आनन्द सिंह नेगी ने बैंक खाते में आयी अतिरिक्त पेंशन राशि वापस कर ईमानदारी की मिसाल कायम की है। राज्य आंदोलनकारी के रूप में आनन्द सिंह नेगी को इक्कतीस सौ रूपए मासिक पेंशन मिलती है। अचानक उनके खाते में 7 बार तय 3100 रूपए आ गए। खाते में अचानक 21,700 रूपए आने पर अचंभित आनन्द सिंह नेगी ने चिन्हित राज्य आंदोलनकारी समिति रजि.के जिला अध्यक्ष जेपी बड़ोनी को इससे अवगत कराया तथा तहसील के बैंक खाते में 21,700 वापस जमा कराए। तहसील के अधिकारियों कमल दास, खुशाल सिंह रावत व तरूण शर्मा आदि ने ईमानदारी की मिसाल पेश करने पर आनन्द सिंह नेगी की प्रशंसा की।