हरिद्वार। स्वामी हरिहरानंद पब्लिक स्कूल कनखल में ''अलंकार'' नाम से संगीत प्रतियोगिता का आयोजन किया गया। जिसमें शहर के विभिन्न विद्यालयों ने प्रतिभाग किया। जूनियर एवं सीनियर वर्ग के लिए आयोजित इस प्रतियोगिता में डीएवी पब्लिक स्कूल, माँ आनंदमयी पब्लिक स्कूल, दयानंद पब्लिक स्कूल, शिवडेल पब्लिक स्कूल, डीएसबी पब्लिक स्कूल, भागीरथी विद्यालय आदि विद्यालयों के विद्यार्थियों ने प्रतिभाग किया। प्रबंधन समिति के सदस्यों अमित गुप्ता, निर्मल मेहरा, हरिकांत रस्तोगी, शिवशंकर अग्रवाल तथा प्रधानाचार्या सुश्री हेमा पटेल ने अतिथियों को पुष्पगुच्छ एवं स्मृति चिन्ह प्रदान कर स्वागत किया। कार्यक्रम का शुंभारभ दीप प्रज्जवलन कर जिला शिक्षा अधिकारी डा.आनंद भारद्वाज बतौर मुख्य अतिथि तथा बेसिक शिक्षा अधिकारी अजय चैधरी विशिष्ट अतिथि के रूप में किया। डा.भारद्वाज ने विद्यालय द्वारा आयोजित इस प्रतियोगिता को एक अनूठा प्रयास बताया, क्योंकि आयोजक स्कूल ने स्वयं अपने विद्यालय के विद्यार्थियों को इसमें प्रतिभाग नहीं करवाया जिससे कि परिणाम प्रभावित न हो। प्रधानाचार्या सुश्री हेमा पटेल ने बताया कि इस प्रतियोगिता का मुख्य उद्देश्य बच्चों को भारतीय संस्कृति से जुड़े संगीत के विभिन्न पहलुओं से अवगत कराना तथा उनके अंदर संगीत की छुपी हुई प्रतिभा को उजागर कर उनका उत्साहवर्धन करना है। प्रतियोगिता में संगीत के क्षेत्र के प्रसिद्ध मर्मज्ञ योगेश आचार्य, पंडित संतोष नामदेव तथा विवेक आर्य ने निर्णायक की भूमिका अदा की। कार्यक्रम में गायन तथा संगीत की विभिन्न प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया, जिसमें जूनियर वर्ग में शिवडेल पब्लिक स्कूल तथा डीएसबी पब्लिक स्कूल को क्रमशः प्रथम एवं द्वितीय रनरअप का पुरस्कार मिला तथा प्रथम पुरस्कार भागीरथी पब्लिक स्कूल के विद्यार्थियों ने हासिल किया। सीनियर वर्ग में शिवडेल पब्लिक स्कूल तथा भागीरथी पब्लिक स्कूल क्रमशः प्रथम एवं द्वितीय रनर अप रहे तथा मां आनंदमयी पब्लिक स्कूल ने प्रथम स्थान हासिल किया। मंच संचालन प्रभा झा, आयशा खाली, दक्ष शर्मा, वंशिका शर्मा आदि विद्यार्थियों ने किया।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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