हरिद्वार। भारत विकास परिषद् पंचपुरी शाखा के तत्वावधान में जटवाड़ा पुल, ज्वालापुर की झुग्गी झोपड़ियों में निवास करने वाले गरीब 50 बच्चों को ब्लैक बोर्ड, बैग एवं काॅपी पेंसिल आदि का वितरण करते हुए गुरुकुल कांगड़ी विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो0 रूपकिशोर शास्त्री ने कहा कि विश्वविद्यालय में शिक्षण एवं प्रशिक्षण और प्रसार शिक्षा के माध्यम से ग्रामीण अंचलों में कार्यक्रम संचालित किए जाते है। यह कार्यक्रम भी प्रसार कार्य का एक भाग है। उन्होंने कहा कि विश्वविद्यालय के अध्यापक अलग से समय निकालकर यहां पर साक्षरता का केन्द्र खोले और अपनी सेवाएं देकर पुण्य के भागी बनें। भारत विकास परिषद् पंचपुरी शाखा के अध्यक्ष डा. हेमवती नन्दन ने कहा कि शाखा के सभी सदस्यों ने धन संग्रह करके 50 स्कूली बैग एवं किताबें अलग-अलग अनुदानों से संग्रहित की है। इस संग्रह धन से समाज की इन बस्तियों का उत्थान किया जा सकता है। इस दिशा में यह शुरूआत है, इन बस्तियों को गोद लेकर शाखा शिक्षण और प्रशिक्षण के कार्य को जल्दी शुरू करना चाहेगी। भारत विकास परिषद् पंचपुरी शाखा सचिव डा0 ऊधम सिंह ने कहा कि जटवाड़ा पुल ज्वालापुर में झुग्गी झोपड़ी में गरीब बच्चों को पढ़ाने वाली बी0एस.सी0 की छात्रा मनु काजला ने साक्षरता केन्द्र संचालित किया, हेमन्त सिंह नेगी ने 50 बच्चों के लिए पुस्तकें एवं पेंसिल, विनोद कुमार नौटियाल ने व्हाइट बोर्ड, लोकेश जोशी ने बोर्ड स्टेंण्ड देकर सहयोग किया ।मौके पर डा0 कृष्ण कुमार, संजीव मिश्रा, जोंगेन्द्र कुमार मोंगा, रश्मि मोंगा, डा. शिव कुमार चैहान, सुमित, सागर सैनी, पवन कुमार, अंजु, मनु काजला, माला देवी, हेमन्त सिंह नेगी, डा. पंकज कौशिक इत्यादि उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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