हरिद्वार। बीएचईएल के निजीकरण के खिलाफ कर्मचारियों ने विरोध प्रदर्शन किया। राष्ट्रपति के नाम एक ज्ञापन सिटी मजिस्ट्रेट को सौंपा। इससे पहले कर्मचारियों ने रैली निकाली। कर्मचारियों ने कहा बीएचईएल का निजीकरण किसी भी सूरत में नहीं होने दिया जाएगा। भेल ट्रेड यूनियंन संयुक्त संघर्ष मोर्चा समेत विभिन्न यूनियनों ने मैटेरियल से सिटी मजिस्ट्रेट कार्यालय तक रैली निकाली। बीएमकेपी इंटक महामंत्री राजबीर चैहान ने कहा कि सरकारी कंपनियों को निजी हाथों में देकर कर्मचारियों को बेरोजगार करने की साजिश रची जा रही है। उन्होंने कहा कि अगर भेल का निजीकरण हो गया तो कर्मचारियों की छंटनी होना तय है। इससे हजारों कर्मचारी बेरोजगार होकर सड़क पर आ जाएंगे। कहा कि कर्मचारी लगातार इसके खिलाफ विरोध प्रदर्शन कर रहे हैं। लेकिन केंद्र सरकार सुनने को तैयार नहीं है। संदीप चैधरी ने कहा कि श्रमिक विरोधी कानूनों को तत्काल वापस लिया जाए। उन्होंने कहा कि बीएचईएल का निजीकरण किसी भी हाल में नहीं होने देंगे। प्रदर्शन करने वालों में मंजूर खान, रवि कश्यप, एमपी सिंह, प्रेमचंद सिमरा, प्रशांत दीप गुप्ता, अवधेश कुमार, अश्वनी चैहान, सत्यशील वत्स, मुकुल राज, मनीष सिंह, रितेश, विकास सिंह, गगन वर्मा, आशीष सैनी, एके शर्मा, अरविंद कुमार आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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