हरिद्वार। मूलनिवासी बहुजन समाज एकता मंच के नेतृत्व में विभिन्न दलित संगठनों ने समाज के महापुरूष पेरियार, डा.अंबेडकर एवं उनके अनुयायियों को वैचारिक आतंकवादी बताए जाने पर बाबा रामदेव के खिलाफ प्रदर्शन कर उनका पुतला फूंका। इस अवसर पर चीफ मेहर सिंह व जिला पंचायत सदस्य रोशनलाल ने कहा कि बाबा रामदेव ने अनर्गल बयानबाजी कर बहुजन समाज के महापुरूषों का अपमान किया है। पेरियाल व डा. अंबेडकर के अनुयायियों को वैचारिक आतंकवादी बताया जा रहा है। उन्होंने कहा कि बाबा रामदेव को अविलंब गिरफ्तार कर उनके खिलाफ मुकद्मा चलाया जाए। यदि बाबा रामदेव को तत्काल गिरफ्तार नहीं किया गया तो देश में बड़ा जन आंदोलन चलाया जाएगा। भंवर सिंह, राजेंद्र श्रमिक व सीपी सिंह ने कहा कि आजादी के आंदोलन में सक्रिय भागीदारी करने तथा देश के विकास में योगदान करने वाले दलित समाज को वैचारिक आतंकवादी बताकर अपमानित किया जा रहा है। जिसे किसी भी रूप में सहन नहीं किया जाएगा। विशाल राठौर, अमरदीप रोशन, सचिन पिहवाल व जयपाल सिंह ने कहा कि हजारो साल से दमन का शिकार रहे दलित समाज को अपने हक के लिए आवाज उठाने पर वैचारिक आतंकवादी बताया जा रहा है। दलित महापुरूषों का भी अपमान किया जा रहा है। दलित समाज के प्रति घृणा से भरे बयान के लिए बाबा रामदेव को सार्वजनिक रूप से माफी मांगनी चाहिए। तीर्थपाल रवि व संदीप गौड़ ने कहा कि मूलनिवासयिों को हजारों जातियों में बांटकर उनके साथ भेदभाव कर हजारों साल से उनका दमन किया जा रहा है। दलित समाज के प्रति जिस प्रकार के शब्दों का प्रयोग बाबा रामदेव ने किया है। उससे दमनात्मक भावना को बढ़ावा मिलता है। हाजी नईम कुरैशी व रफी खान ने कहा कि सरकार को ऐसे लोगों पर लगाम लगानी चाहिए। प्रदर्शन व पुतला दहन में संजय मूलनिवासी, भंवर सिंह, रफल पाल, विजयपाल सिंह, फूलसिंह, अमरदीप रोशन, अरूणक ुमार, भारत भूषण, जगपाल सिंह, ब्रह्मपाल सिंह, वेदपाल, सत्यपाल, धर्मपाल ठेकेदार, तिरखा देवी, जाॅनी अम्बेडकर, रघुनाथ मिस्त्री आदि सहित दर्जनों लोग शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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