हरिद्वार। सिडकुल की एक इलेक्ट्रिक कंपनी में श्रमिकों ने दो माह से वेतन नहीं मिलने पर उत्पादन ठप कर दिया। श्रमिकों ने कंपनी के खिलाफ मुख्य द्वार पर जमकर नारेबाजी की। श्रमिकों का कहना है कि जब तक उनको वेतन मिलने की एक तारीख निश्चित नहीं की जाती तब तक कार्य नहीं किया जाएगा। श्रमिकों का आरोप है कि कंपनी पिछले छह माह से मनमर्जी तारीख में वेतन का भुगतान कर रही है। जिससे उनके घर का बजट बिगड़ रहा है। पिछले दो माह से उनको वेतन नहीं मिला है। मंगलवार सुबह सभी कर्मचारी ड्यूटी पर पहुंचे। यहां उन्होंने कंपनी प्रबंधन से वेतन की मांग की। लेकिन प्रबंधन से सही जवाब नहीं मिलने पर नाराज श्रमिक काम बंद कर धरने पर बैठ गए। वहीं दोपहर भारतीय मजदूर यूनियन के पदाधिकारी कंपनी श्रमिकों के पक्ष में कंपनी प्रबंधन से वार्ता की, लेकिन उन्होंने जल्द ही वेतन जारी करने की बात कही। श्रमिकों का कहना है कि पिछले छह माह से कंपनी ने उन्हें चाय देनी भी बंद कर दी है। खाने की गुणवत्ता भी बहुत खराब है। जबकि प्रत्येक श्रमिक से खाने के 480 रुपए वेतन से कटते हैं। तीन सौ से अधिक श्रमिक होने के बाद भी कंपनी में एंबुलेंस की सुविधा नहीं है। श्रमिक की तबीयत खराब होने पर उन्हें बाइक से अस्पताल पहुंचाया जाता है। साथ ही पिछले छह माह से उनका पीएफ भी उनके खाते में जमा नहीं किया जा रहा है। श्रमिकों ने आरोप लगाया कि दिवाली पर उन्हें बोनस तक नहीं दिया गया। प्रदर्शन करने वाले में विपिन शर्मा, दीपक कश्यप, हंसराज राठौर, प्रमोद सिंह, कुलीर कुमार, अंकित, मोहन सिंह, अमन कुमार, बलबीर सिंह, मंगेश कुमार, रुस्तम अली, आदेश, रोहित गिरी, विकास पांडे, दीपांशु, नरेंद्र कुमार, नीरज कुमार, सौरभ कुमार, रामानुज, विनोद, राजकुमार, ब्रिजेश कुमार, सन्दीप, मोहित कुमार, नीरज कुमार, सतेंद्र कुमार आदि श्रमिक शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment