हरिद्वार। यात्रा सीजन के दौरान यातायात पुलिस द्वारा नगर क्षेत्र में यातायात व्यवस्था को सुधारने के लिए कई बार रूट निर्धारित करने की घोषणा की,लागू करने की शुरूआत भी हुई,लेकिन कुछ दिन बाद ही यातायात व्यवस्था फिर अपने अंदाज में ही चलने लगता है,यही वजह है कि इस रेलवे रोड, शिवमूर्ति चैक आदि जगहों पर ई-रिक्शा व आटो चालकों की मनमानी के चलते यातायात व्यवस्था फिर से पटरी से उतरी हुई है। हालात यह हैं कि रेलवे स्टेशन और बस अड्डे के बाहर सड़क के बीचोबीच वाहन रोककर सवारियां बैठाई जाती हैं, जिससे दिनभर जाम के हालात बने रहते हैं। यहां ई-रिक्शा, आटो और विक्रम चालक इस कदर मनमर्जी कर रहे हैं जैसे सड़क उनके घर की संपत्ति हो। शहर में सवारी वाहनों के रूट और संख्या निर्धारित नहीं होने के चलते अंदरूनी यातायात व्यवस्था बेहाल है। खास तौर पर यात्री बाहुल्य क्षेत्र में कोई नियम-कायदे धरातल पर नहीं हैं। रेलवे स्टेशन व बस अड्डे से लेकर जिला अस्पताल तक स्थिति सबसे ज्यादा खराब है। कोतवाली की पुलिस, यातायात पुलिस, सीपीयू मिलकर भी इसमें सुधार नहीं ला पा रहे हैं। पिछले दिनों वन-वे यातायात लागू किया था, मगर हमेशा की तरह यह व्यवस्था भी चंद दिन बाद ध्वस्त हो गई। अब फिर से हालात यह हैं कि रेलवे स्टेशन व बस अड्डे के बाहर ई-रिक्शा, आटो और विक्रम के झुंड सड़क घेरे हुए नजर आ रहे हैं।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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