हरिद्वार। गुरुकुल काँगड़ी विश्वविद्यालय के सूक्ष्म जैवकीय विभाग के शोध छात्र रामवीर सिंह को राज्यपाल श्रीमति बेबी रानी मौर्य ने प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित सम्मानित किया। यूकोस्ट परिसर विज्ञान धाम में क्षेत्रीय विज्ञान केंद्र देहरादून में ''मास्टर प्रकाशन प्रक्रिया'' पर एक दिवसीय कार्यशाला आयोजित की गई। यह कार्यशाला विज्ञान और प्रौद्योगिकी विभाग (डीएसटी), भारत सरकार और अमेरिकन केमिकल सोसायटी द्वारा आयोजित की गई थी। एसीएस), वाशिंगटन डीसी, विज्ञान प्रसार, भारत सरकार और यूकोस्ट के सहयोग से, जिसमें राज्य के विभिन्न विश्वविद्यालयों, संस्थानों और कॉलेजों के 250 से अधिक शोधकर्ताओं, पीएचडी और पीजी छात्रों ने भाग लिया। राज्यपाल श्रीमती बेबी रानी मौर्य ने अध्यक्षता करते हुये अपने संबोधन में, उन्होंने विद्वानों के प्रकाशन, सहकर्मी समीक्षा, नैतिकता और साहित्यिक चोरी, विज्ञान संचार और करियर के अवसरों पर ध्यान केंद्रित करने के लिए शुरुआती करियर शोधकर्ताओं के लिए कौशल बढ़ाने वाली कार्यशाला के आयोजन के लिए आयोजकों एसीएस, डीएसटी, विज्ञान प्रसार और यूकोस्ट के प्रयासों की सराहना की। मुख्य अतिथि डा.राजेंद्र डोभाल ने कहा कि शोधकर्ता ज्ञान सृजन की रीढ़ हैं। जो समाज के समग्र विकास की नींव रखता है। शोध छात्र रामवीर सिंह के उत्कृष्ट प्रदर्शन पर कुलपति प्रो.रूप किशोर शास्त्री, कुलसचिव प्रो.दिनेश भट्ट, प्रो.आरसी दुबे एवं प्रो.नवनीत ने शुभकामनाएँ दी।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
Comments
Post a Comment