हरिद्वार। मुख्य विकास अधिकारी विनीत तोमर की अध्यक्षता में विकास भवन रोशनाबाद में सघन मिशन इन्द्रधनुश अभियान की कोर कमेटी की बैठक आयोजित की गयी। बैठक में मुख्य चिकित्सा अधिकारी डा0 सरोज नैथानी द्वारा अवगत कराया गया कि भारत सरकार के निर्देशानुसार सघन मिशन इन्द्रधनुष 2.0 देश के उन चिन्हित राज्यों एवं जनपदों में संचालित किया गया है जहाँ पर पूर्ण टीकाकरण से अधिकांश बच्चे छूटे हुये हैं। भारत सरकार द्वारा लिये गये निर्णयानुसार 27 राज्यों/केन्द्रशासित प्रदेशों के अन्तर्गत 271 जनपदों में सघन मिशन इन्द्रधनुष गतिविधि की माह दिसम्बर 2019 से मार्च 2020 तक 04 चरणों में 90 प्रतिशत् पूर्ण प्रतिरक्षण के लक्ष्य को प्राप्त किया जाने हेतु आयोजित किया जा रहा है। उत्तराखण्ड राज्य के 10 जनपदों में हरिद्वार जनपद भी इस अभियान में सम्मिलित किया गया है। टीकाकरण से छूटने वाले बच्चों एवं गर्भवती महिलाओं तक पहुचंने के लिये आगामी 02 दिसम्बर से 04 माह, प्रत्येक माह के प्रथम सोमवार से आगामी 07 कार्य दिवसों तक (नियमित टीकाकरण दिवस बुधवार, शनिवार, रविवार, एवं आकस्मिक अवकाश को छोडकर) किया जाना है, जिसमें जनपद के लगभग 574 टीकाकरण सत्र में 9845 बच्चे जिनकी आयु 0 से 2 वर्ष एवं 1918 गर्भवती माताओं को प्रतिरक्षित किया जाना है। जनपद में टीकाकरण से मना करने वाले परिवार जिनके बच्चो की संख्या 793 है, को भी प्रतिरक्षित किया जाना है। मुख्य विकास अधिकारी ने संबंधित समस्त अधिकारियों को निर्देश दिये गये कि सघन मिशन इन्द्रधनुष अभियान के सफल संचालन हेतु सभी कर्मचारियोें को मोबालाईजेशन करने हेतु अपना सहयोग प्रदान करें। उन्होंने समस्त जनपद स्तरीय अधिकारीगणों को विशेष रूप से ऐसे परिवारों को टीकाकरण के लिए प्रोत्साहित करने के निर्देश दिये जिन परिवारों ने अपने बच्चों को टीकाकरण से वंचित रखा हुआ है। उन्होंने सीएमओं को ऐसे परिवारों की सूची बनाकर क्षेत्रवार जनपद स्तरीय अधिकारियों को प्रेषित करने के निर्देश दिये। उन्होंने कहा कि सभी विभाग आपसी समन्वय बनाकर कार्य करें। मुख्य शिक्षा अधिकारी को निर्देश दिये कि निजी स्कूलों द्वारा भी टीकाकरण हेतु जागरूकता अभियान चलायें जाएं। एएनएम, आशा, आंगनबाडी कार्यकत्री, सुपरवाईजर आदि अपने-अपने क्षेत्रों में समन्वय बनाकर अधिक से अधिक टीकाकरण का लक्ष्य रखें। बैठक में युवा कल्याण अधिकारी रमेश चन्द्र, डी.एस.ओ. के.के. अग्रवाल सहित कई अधिकारी उपस्थित थे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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