हरिद्वार। पीड़ित महिला ने पुलिस उच्चाधिकारियों को पत्र भेजकर पड़ोस में रहने वाले आधा दर्जन लोगों द्वारा मानसिक रूप से उत्पीड़ित किये जाने के सम्बन्ध में उचित कारवाई की गुहार लगाते हुए जान माल की सुरक्षा की मांग की है। इस सम्बन्ध में पीड़ित महिला श्रीमती कुलदीप कौर पत्नी अमरजीत निवासी मौहल्लापुरी,नई बस्ती मझाड़ा लालढांग थाना श्यामपुर ने कहा है कि वे सभ्रान्त परिवार की महिला है। उसका पति ड्राइविंग करता है। उसका दो पुत्र हरप्रीत ंिसह व सतनाम सिंह जो कि अभी नाबालिग है। पीड़ित महिला का कहना है कि करीब दो वर्ष पूुर्व वह ग्राम मिठीबेरी स्थित कलवा के मकान में बतौर किरायेदार रह रही थी।उसके पड़ोस में दुलारी पत्नी सुक्खे सिंह पुत्र गोविन्द सिंह भी रहते है। एक अन्य शख्स मदन पुत्र धन्नू आदि मुझ पर बुरी नीयत रखता था। दावा किया कि वह हमेशा फंसाकर अवैध सम्बन्ध बनाने की फिराक में रहता था।मदन की गलत हरकत में उसकी पत्नी भी उसका साथ देती है,साथ ही उसकी चाची सुधा व चाचा गंगाराम भी इस गलत हरकत में उसका साथ दे रहा है। मदन सिंह ने गंगाराम की छत से उसका वीडियों बनाकर फेसबुक पर वायरल कर दिया,जिसके बाद मुझे कई मोबाइल नम्बर से फोन आने लगे। आरोप लगाया कि उसके साथ अवैध रूप से शारीरिक सम्बन्ध बनाने का दबाव बना रहा है। उन लोगों की गलत हरकत से तंग आकर उसने मौहल्ला पुरी,नई बस्ती मझाड़ा में मकान बनाकर रह रही है। लेकिन मेरे पड़ोस के उपरोक्त नामित व्यक्तियों एवं महिलाओं द्वारा बलात्कार करवाने तथा बच्चों को जान से मारने की बार बार धमकी दे रहे है। इस सम्बन्ध में उचित जांच कराकर पीड़िता एवं उसके परिवार की सुरक्षा सुनिश्चित करने के अलावा उचित कारवाई की जाये।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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