हरिद्वार। मध्य हरिद्वार स्थित प्रेमनगर आश्रम में आयोजित स्वदेशी जागरण मंच की राष्ट्रीय सभा के दूसरे दिन प्रसिद्ध अर्थशास्त्री और राष्ट्रीय सह संयोजक आरएस सुंदरम ने स्वदेशी विचारधारा को जन-जन तक पहुंचाने के लिए देश भर से आए स्वयसेवियों में जोश भरा। कहा कि स्वदेशी जागरण मंच देश के किसानों, लघु व्यापारियों, कुटीर उद्योगों के हित के संघर्षरत है। कहा कि मंच का मूल उद्देश्य देश के जल, जंगल और जमीन जैसे मूलभूत संसाधनों को विदेशी कंपनियों से बचाना है। कहा विदेशी कंपनियों को बढ़ावा देने का काम सरकारों ने किया है। इसलिए सरकारें भी दोषी हैं। जागरण मंच के राष्ट्रीय सह संयोजक अश्वनी महाजन ने स्वदेशी मंच के कार्यों और नीतियों पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा कि वर्ष 1991 में स्थापना के बाद मंच के अलग पहचान हासिल की है। कहा कि मंच के प्रयासों से चीन, जापान और ऑस्ट्रेलिया जैसे अवसरवादी देश भारतीय बाजार पर कब्जा करने मे नाकाम साबित हुए। उन्होंने कहा कि अवसरवादी देश लघु व्यापारियों, कुटीर उद्योगों, डेयरी उद्योग, दवा उद्योग आदि पर वर्चस्व स्थापित करना चाहते हैं। कहा कि स्वदेशी जागरण मंच की पहल पर स्वास्थ क्षेत्र में सरकार ने विदेशी कंपनियों के 356 सलाहकारों को बाहर का रास्ता दिखाया। कार्यक्रम में सतीश कुमार, क्षेत्रीय संयोजक राजीव शर्मा, प्रात संयोजक सुरेन्द्र सिंह, प्रांत सह संयोजक राम कुमार चैधरी आदि ने भी विचार रखे। राष्ट्रीय सभा के आयोजन में इंद्रमणि गैरोला, विनोद आर्य, रजनीश सैनी, संदीप चैधरी, धीरेन्द्र चैहान, विशाल मुखिया, आदित्य नागर, मुनीश सैनी, डॉ. उदय नारायण पांडे, दीपक कैंथल, मीडिया प्रभारी संजय वर्मा, राज कुमार सैनी, नागपाल सिंह नागर, जितेन्द्र सिंह यादव, अनीता वर्मा, अरुण पंवार, डॉ. अरविंद नारायण मिश्र, योगेश विद्यार्थी, डॉ. मीनाक्षी, डॉ. सतीश शास्त्री ने योगदान दिया। वहीं दूसरी ओर स्वदेशी जागरण मंच के राष्ट्रीय संयोजक अरूण ओझा, राष्ट्रीय संगठक कश्मीरी लाल, सतीश कुमार, राजीव शर्मा ने स्वदेशी संदेश यात्रा को प्रेमनगर आश्रम से नगर भ्रमण के लिए रवाना किया। जगह-जगह देश के विभिन्न राज्यों से आये प्रतिनिधियों का अभिनन्दन फूलों की वर्षा कर किया। प्रेमनगर आश्रम से रैली ऋषिकुल तक जाकर पुनः प्रेमनगर आश्रम में समाप्त हो गई। प्रेमनगर आश्रम में स्वदेशी सभा का आयोजन किया जिसमें मुख्य अतिथि कैबिनेट मंत्री सतपाल महाराज रहे। स्वदेशी जागरण मंच की स्वदेशी संदेश यात्रा में केरल, आंध्रप्रदेश, तेलंगाना, कर्नाटक, राजस्थान, दिल्ली, जम्मू कश्मीर, हरियाणा, गुजरात, हिमाचल, मध्य प्रदेश, उत्तर प्रदेश आदि प्रदेशों के प्रतिनिधियों ने प्रतिभाग किया। दक्षिण भारत के कार्यकर्ताओं में विशेष उत्साह देखा गया। रैली में मल्टी नेशनल, एंटी नेशनल, जय स्वदेशी जय जय स्वदेशी, वंदे मातरम, हर घर में स्वदेशी अपनाएंगे, देश महान बनाएंगे के नारे गूंजते रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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