हरिद्वार। डीडीओ कोड लागू करने की मांग को लेकर आंदोलन कर रहे ऋषिकुल एवं गुरूकुल राजकीय आयुर्वेदिक कालेज के कार्मिकों ने बृहस्पतिवार को ऋषिकुल आयुर्वेदिक कालेज परिसर में जमकर धरना प्रदर्शन किया। आंदोलनरत कार्मिकों ने परिसर में तालाबंदी कर विवि प्रशासन के रवैये पर एतराज जताया। धरने को संबोधित करते हुए संयुक्त कर्मचारी संघर्ष समिति मुख्य संयोजक खीमानन्द भट्ट व समीर पाण्डेय ने कहा कि विवि प्रशासन आयुर्वेद कालेज के कार्मिकों के साथ सौतेला व्यवहार कर रहा है। विश्वविद्यालय गठन के बाद से ही ऋषिकुल एवं गुरूकुल के कार्मिकों को डीडीओ कोड के माध्यम से वेतन नहीं देेकर विश्वविद्यालय प्रशासन हठधर्मिता एवं मनमानी कर रहा है। कर्मचारियों का उत्पीड़न किया जा रहा है। कर्मचारियों के धैर्य की सीमा समाप्त हो रही है। उन्होंने कहा कि जब तक सरकार कोषागार से वेतन दिए जाने के आदेश जारी नहीं करती आंदोलन जारी रहेगा। समीर पाण्डेय एवं खीमानन्द भट्ट ने कहा कि उत्तराखण्ड आयुर्वेद विश्वविद्यालय को ऋषिकुल एवं गुरूकुल आयुर्वेदिक कालेजों के कार्मिकों के वेतन भुगतान के लिए शासन द्वारा डीडीओ कोड आवंटित किया गया है। जिसको संचालित कर कोषागार से भुगतान कराया जा सकता है। लेकिन विवि प्रशासन कार्मिकों को इसका लाभ नहीं दे रहा है। कई बार विश्वविद्यालय को डीडीओ कोड बहाली के पत्राचार किया गया। लेकिन विश्वविद्यालय प्रशासन कर्मचारियों की मांगों का संज्ञान नहीं ले रहा है। शिवनारायण सिंह ने कहा कि कर्मचारी मुख्यमंत्री को ज्ञापन प्रेषित कर अपनी समस्या से अवगत करा चुके हैं। लेकिन सरकार के स्तर पर अभी तक समस्या के समाधान के कोई प्रयास नहीं किए गए। प्रदर्शन करने वालों में विवेक तिवारी, अनूप डिमरी, रविन्द्र जोशी, अनिल बेलवाल, विवेक जोशी, रमेश पंत, अनिल कुमार, ताजबर सिंह, जगजीत केन्तुरा, उत्तम कुमार, बबलू, अरूण कुमार, सत्ते सिंह राणा, अमित कुमार, ज्योति नेगी, कमल कुमार, दिनेश कुमार, छतरपाल, राकेश कुमार, दीपक यादव, सुधीर गोरखा, जसपाल नेगी, अनिल नेगी, दिलबर सत्कारी, प्रवीण पुरोहित, अशोक चन्द्रा, दिनेश लखेड़ा, विजयपाल, रोहित, अमित लाम्बा, कान्ता देवी, सनीता चन्द्र तिवारी, आनन्दी शर्मा, नीता राणा, मीनाक्षी, शिखा, संध्या, पूजा, चंद्रकला, कुसुम, बाला देवी, बुगली देवी, डोली, बिमला, प्रेमवती आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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