हरिद्वार। निरंजनी अखाड़े में आयोजित अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद की बैठक में पदाधिकारियों ने प्रस्ताव पास बैरागी कैंप से अतिक्रमण हटाने, अखाड़ों में स्थाई कार्य तुरंत शुरू कराने, बैरागी कैंप की जमीन बैरागी अणियों को देने, जिन अखाड़ों के पास भूमि नहीं है, उन्हें भूमि उपलब्ध कराने की मांग की है। हरिद्वार में 2021 में होने वाले महाकुंभ का उद्घाटन गृहमंत्री अमित शाह से कराने का प्रस्ताव भी अखाड़ा परिषद की बैठक में पास किया गया। बैठक को संबोधित करते हुए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष श्रीमहंत नरेंद्र गिरी ने कहा कि विगत में संपन्न हुए उज्जैन, नासिक व इलाहाबाद कुंभ का उद्घाटन अमित शाह ने किया। हरिद्वार महाकुंभ का उद्घाटन भी अमित शाह से कराने का प्रस्ताव पास किया गया है। शीघ्र ही अखाड़ा परिषद का एक प्रतिनिधिमण्डल गृहमंत्री अमित शाह को निमंत्रित करने के लिए दिल्ली जाएगा। उन्होंने कहा कि कुंभ मेला प्रशासन को बैरागी कैंप से अतिक्रमण हटाने की कार्यवाही तत्काल शुरू करनी चाहिए। बैरागी कैंप को अतिक्रमण मुक्त कर भूमि तीनों बैरागी अणियों को सौंपी जाए। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद के राष्ट्रीय महामंत्री श्रीमहंत हरिगिरी महाराज ने कहा कि सरकार व मेला प्रशासन कुंभ मेला कार्य तेजी से संपन्न कराएं। बैठक को संबोधित करते हुए श्रीमहंत प्रेमगिरी महाराज ने कहा कि श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल की एक्कड़ शाखा की जमीन फर्जी तरीके से वसीयत बनाकर कब्जा करने वाले लोगों के खिलाफ कड़ी कानूनी कार्रवाई की जाए। श्रीमहंत रविन्द्रपुरी व श्रीमहंत रामरतन गिरी महाराज ने बताया कि महाकुंभ मेले की व्यवस्था व श्राईन बोर्ड के विरोध में कल (आज) मुख्यमंत्री के साथ अखाड़ा परिषद के पदाधिकारी बैठक करेंगे। बैठक में श्रीमहंत नारायण गिरी, श्रीमहंत रामरतन गिरी, श्रीमहंत रविन्द्रपुरी, श्रीमहंत राजेंद्रदास, श्रीमहंत धर्मदास, महंत जगदीश गिरी, महंत प्रेमदास, महंत अमनदीप सिंह, महंत शिवशंकर गिरी, मुखिया महंत भगतराम, स्वामी सोमेश्वरानन्द, महंत जगतार मुनि, महंत साधनानंद, महंत लखन गिरी, महंत शंकरानंद, दिगम्बर राजपुरी, स्वामी आशुतोष पुरी, श्रीमहंत रविन्द्रपुरी, महंत दामोदरदास, महंत जसविन्दर सिंह आदि संत महंत उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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