हरिद्वार। जिलाधिकारी दीपेंद्र कुमार चैधरी ने कहा है कि जनपद में समाज कल्याण, स्वास्थ्य, शिक्षा, भिक्षावृत्ति, हिंसा, उत्पीड़न आदि के प्रति विभागों द्वारा विशेष जागरूकता शिविर लगाकर कुरीतियों की समाप्ति के लिए प्रयास किये जायेंगे। बताया कि 13 दिसम्बर को कलेक्ट्रेट परिसर रोशनाबाद में आयोजित किये जाने वाले बाल अधिकारों के उल्लंघन से संबंधित शिकायतों के निवारण होगा। इस सम्बन्ध में रोशनाबाद में आयोजित प्रेस वार्ता में जानकारी देते हुए जिलाधिकारी ने बताया कि राष्ट्रीय बाल शिविर में बाल अधिकारों का उल्लंघन, स्कूलों/पड़ोसियों द्वारा बच्चों का शोषण एवं स्कूलों में बुनियादी ढाँचे की कमी। बच्चों की प्रतियोगिता परीक्षा शुल्क संबंधी शिकायत। स्कूलों में बच्चों के साथ शारीरिक शोषण अथवा प्रताड़ना। बच्चों को स्कूलों में प्रवेश नहीं देना, विकलांगता संबंधी, यौन शोषण से पीड़ित बच्चों को मुआवजा दिलाना, चिकित्सा संबंधी शिकायत, भेदभावपूर्ण व्यवहार, बालकों से विश्वासघात, बच्चों के रोग संबंधी उपचार में चिकित्सा लापरवाही, बच्चों का अपहरण, बाल श्रमिक के रूप में खतरनाक स्थान पर बच्चों का उपयोग, किसी भी प्रकार के परिश्रम या क्षतिपूर्ति की राशि प्राप्त न होना, बच्चों द्वारा सड़क पर सामान विक्रय करना, एसिड अटैक संबंधी मामले, माता-पिता/अभिभावक/किसी अन्य व्यक्ति द्वारा बच्चों का भिक्षावृत्ति हेतु उपयोग करने के अलावा पुलिस द्वारा शोषित/प्रताड़ित बच्चें, बाल देखरेख संस्थाओं में प्रताड़ित शोषित बच्चे तथा बच्चों को अवैध रूप से गोद लेना इत्यादि समस्याओं के संबंध में शिकायत दर्ज की जा सकती है। शिविर 13 दिसम्बर को रोशनाबाद कलेक्टेªट परिसर में लगाया जायेगा। जिलाधिकारी ने शिविर के प्रचार हेतु तथा व्यापक सूचना ग्रामीण क्षेत्रों तक प्रचारित करने के लिये प्रचार प्रसार वाहन को हरी झण्डी दिखाकर रवाना किया। यह वाहन जनपद के प्रत्येक क्षेत्र में जाकर बाल अधिकार संरक्षण और बालकों के हितों को सुरक्षित बनाये रखे जाने के लिए जनपद में लगने वाले विभिन्न विभागीय सहायता शिविर की जानकारी देगा।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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