हरिद्वार। बुधवार को डीडीओ कोड बहाली को राजकीय आयुवेर्दिक कर्मचारियों का गुस्सा बेकाबू हो गया। विवि प्रशासन पर उपेक्षा का आरोप लगाते हुए कर्मचारियों ने ऋषिकुल और गुरुकुल आयुर्वेदिक अस्पताल और कार्यालय में ताले जड़ दिए। चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) की आयुर्वेदिक इकाई के अध्यक्ष छतरपाल ने तो ऋषिकुल अस्पताल में जमकर तोड़फोड़ की। डीडीओ कोड बहाली की मांग को लेकर राजकीय आयुर्वेदिक कर्मचारियों ऋषिकुल और गुरुकुल आयुर्वेदिक कॉलेज में जोरदर प्रदर्शन किया। विवि प्रशासन के खिलाफ नारेबाजी करते हुए कर्मचारियों ने पहले गुरुकुल आयुर्वेदिक कॉलेज की ओपीडी और कार्यालय में तालाबंदी की। इस दौरान कॉलेज प्रशासन ने किसी तरह का विरोध प्रकट नहीं किया। इसके बाद अक्रोशित कर्मचारी नारेबाजी करते हुए ऋषिकुल आयुर्वेदिक कॉलेज के परिसर में पहुंचे। यहां चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) की आयुर्वेदिक इकाई के अध्यक्ष छतरपाल अचानक बेहद उग्र हो गए। अस्पताल पंचकर्म कक्ष में कुछ चिकित्सक बैठे थे। छतरपाल ने दरवाजे पर लाते बरसाते हुए चिकित्सकों को बाहर निकलने के लिए कहने लगे। इसके बाद उन्होंने बाहर पड़ी कुर्सी को कई बार पटका। अध्यक्ष ने ऑपरेशन थिएटर के बाहर रखे फर्नीचर को फेंककर अपना गुस्सा जाहिर किया। चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ (चिकित्सा एवं स्वास्थ्य) के प्रदेश महामंत्री दिनेश लखेड़ा ने अध्यक्ष छतरपाल को थामा। इसके बाद कर्मचारी ऋषिकुल आयुवेर्दिक परिसर में ही धरने पर बैठ गए। कर्मचारियों ने कहा कि गुरुवार को भी दोनों आयुर्वेदिक कॉलेज के परिसर में ताले लगे रहेंगे। प्रदर्शन करने वालों में खीमानंद भट्ट, मोहित मिनोचा, धीरज उपाध्याय, पूनम सिंह, समीर पांडेय, चंद्रप्रकाश, नितिन कुमार, राकेश, दीपक यादव, दिलबर सिंह सत्कारी, रमेश तिवारी, अशोक चंद्रा, मंजू पांडेय, बीना शुक्ला, रविशंकर ज्योति नेगी, दिनेश कुमार, कल्लू, विनोद कश्यप, अनिल कुमार, रमेश पंत, मोहित, ताजबर सिंह, लक्ष्मण प्रसाद वर्मा, आशुतोष गैरोला, बबलू, अरुण कुमार, आनंदी शर्मा, कांता देवी, कला देवी, कला नैनवाल, शकुंतला, बीना मठपाल, नीता राणा, संध्या रतूड़ी, पूजा, चंद्रकला, बाला देवी बुगली, डोली कुसुम, विमला आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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