हरिद्वार। युवा भारत साधु समाज ने गौवंश के अंतिम संस्कार के लिए भूमि आवंटित करने की मांग की है। भूमि आवंटन को लेकर संतों का एक प्रतिनिधिमण्डल शुक्रवार को नगर आयुक्त से मुलाकात करेगा। श्री गरीबदासी आश्रम में हुई युवा भारत साधु समाज की बैठक में लकसर में स्लाटर हाऊस के विरोध में धरने पर बैठे संतों को जबरन उठाए जाने पर नाराजगी व्यक्त करते हुए अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद से हस्तक्षेप की अपील की गयी। बैठक को संबोधित करते हुए युवा भारत साधु समाज के अध्यक्ष स्वामी शिवानन्द महाराज ने कहा कि गौवंश के अंतिम संस्कार के लिए शहर में कोई स्थान उपलब्ध नहीं है। गौवंश के अंतिम संस्कार के लिए भूमि उपलब्ध कराने के लिए नगर निगम अधिकारियों से मुलाकात की जाएगी। उन्होंने कहा कि गौवंश के संरक्षण एवं संवर्द्धन को लेकर युवा भारत साधु समाज कार्ययोजना तैयार कर रहा है। उन्होंने कहा कि देवभूमि को नशा मुक्त करने के लिए भी बड़े स्तर पर अभियान चलाया जाएगा। स्वामी शिवानन्द महाराज ने कहा कि देवभूमि उत्तराखण्ड में नशे पर पूर्णतया प्रतिबंध लगना चाहिए। स्वामी रविदेव शास्त्री महाराज ने कहा कि लकसर में स्लाटर हाऊस के विरोध में धरने पर बैठे संतों को प्रशासन द्वारा जबरन उठा दिया गया है। अखाड़ा परिषद अध्यक्ष से मिलकर उन्हें संतों के प्रति प्रशासन की इस उत्पीड़नात्मक कार्रवाई से अवगत कराया जाएगा। गौ, गंगा संरक्षण को लेकर मिलजुल कर ही प्रयास करने होंगे। युवा भारत साधु समाज के बैनर तले धर्मनगरी में युवाओं को अपनी संस्कृति और सनातन परंपराओं के प्रति जागरूक किया जाएगा। बैठक में महंत दिनेश दास, महंत केशवानन्द, महंत सुमित दास आदि ने भी विचार रखे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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