हरिद्वार। रावली महदूद से एक सप्ताह पूर्व लापता हुए 4 वर्षीय बालक को सिडकुल पुलिस ने बस स्टैण्ड से सकुशल बरामद कर लिया। बालक को रावली महदूद क्षेत्र में ही कृपाल आश्रम में रहने वाली महिला अपने साथ ले गयी थी। पति के साथ बालक को कहीं ले जाने की फिराक में लगी महिला व उसके पति को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। सिडकुल थाने में पत्रकारों को जानकारी देते हुए एसपी सिटी कमलेश उपाध्याय ने बताया कि 7 दिसंबर को रावली महदूद निवासी संजीव ने अपने चार वर्षीय बालक के अपहरण की रिपोर्ट दर्ज करायी थी। बालक की बरामदगी के लिए गठित पुलिस टीम ने मिली सूचना पर कार्रवाई करते हुए बालक को लेकर जा रही महिला व उसके पति को रोड़वेज बस स्टैण्ड से गिरफ्तार कर उनके कब्जे से बालक को मुक्त करा लिया। गिरफ्तार की गयी महिला ने बताया कि 7 दिसंबर को वह अपने बच्चों को रावली महदूद में ट्यूशन के लिए छोड़ने जा रही थी। तो रास्तें बच्चा उसे नाली में गिरा मिला। जिसे उठाकर वह अपने घर ले गयी। महिला ने बताया कि उनका कोई बेटा नहीं है। इसलिए लालच में आकर उसने बच्चे को अपने पति के साथ अपने मायके ग्राम कुकेटा थाना बनियाठेर जिला सम्भल उ.प्र. भेज दिया। लेकिन उसके भाई ने बच्चे को रखने से मना कर दिया। इसके बाद उसका पति बच्चे को कहीं छोड़ने की फिराक में रिश्तेदारियों में घूमता रहा। शुक्रवार को वह अपने पति के साथ बच्चे को कहीं ले जाने के लिए हरिद्वार बस स्टैण्ड पहुंची थी। एसपी सिटी ने बताया कि अपहृत बालक का परिवार मूल रूप से ग्राम खुदागंज थाना उधैती जिला बदांयू उ.प्र.का रहने वाला है। बालक के पिता सिडकुल में काम करते हैं तथा परिवार सहित रावली महदूद में रहते हैं। गिरफ्तार आरोपी ग्राम खेड़ादास थाना फैजगंज बेहटा जिला बदांयू उ.प्र. के रहने वाले हैं। एसएसपी ने पुलिस टीम को ढाई हजार रूपए ईनाम देने की घोषणा की है। पुलिस टीम में थाना अध्यक्ष प्रशांत बहुगुणा, एसआई दिलबर सिंह कण्डारी, कांस्टेबल प्रेम सिंह, सतीश नौटियाल, सरिता रावत, एसओजी हेड कांस्टेबल सुन्दर व कांस्टेबल पदम सिंह शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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