हरिद्वार। नागरिकता संशोधन कानून के विरोध में वाम मोर्चा कार्यकर्ताओं ने भगत सिंह चैक से तहसील तक रैली निकालकर प्रदर्शन किया। इस दौरान सीपीआई के जिला मंत्री विजयपाल ने कहा कि केंद्र सरकार की नीतियों की वजह से देश की अर्थव्यवस्था बेहद खराब दौर से गुजर रही है। बेरोजगारी, महंगाई, भ्रष्टाचार चरम पर है। सरकार जनता की समस्याओं की अनदेखी कर जनता की आवाज का दबाने का काम कर रही है। जनता या राज्यों से सलाह मशविरा किए बगैर सत्ता के अहंकार में आकर नागरिकता संशोधन कानून बनाकर देश की जनता को आपस में बांटने और अपने ही नागरिकों को से नागरिक होने का प्रमाण मांगा जा रहा है। संविधान जाति, धर्म, लिंग और नस्ल के आधार पर भेदभाव करने की इजाजत नहीं देता है। लेकिन सरकार नागरिकता कानून के जरिए देश को बांटन की कोशिश कर रही है। सीपीआईएम के जिला मंत्री आरसी धीमान ने कहा कि पूर्वोत्तर राज्यों में लोग नागरिकता कानून संशोधन का विरोध कर रहे हैं। यहां कराए गए एनआरसी के सर्वे में आए 19 लाख लोगों में से 14 लाख लोग हिन्दू समुदाय के हैं। जो सरकार के गले की फांस बने हुए हैं। यदि पूरे देश में एनआरसी लागू किया गया तो देश का माहौल क्या होगा। इसे सहज समझा जा सकता है। कामरेड मुनरिका यादव ने कहा कि विविधता में एकता की संस्कृति को खण्डित कर देश के माहौल को खराब किया जा रहा है। वाम मोर्चा की मांग है कि देश को बांटने वाले नागरिकता संशोधन कानून का र्दद किया जाए। रैली में कामरेड एमएम त्यागी, कामरेड पीडी बलूनी, कामरेड एमएस वर्मा, कामरेड एमपी जखमोला, कामरेड केपी सिंह, कामरेड भगवान जोशी, कामरेड अशोक चैधरी, कामरेड पवन कुमार, कामरेड उदयवीर ंिसंह, कामरेड कालूराम जैपुरिया, कामरेड लालदीन, कामरेड विक्रम सिंह नेगी, कामरेड सुभाष जखमोला, कामरेड संदीप चैधरी, कामरेड कय्यूम खान, कामरेड डीके सक्सेना, कामरेड डीके वर्मा, कामरेड राजीव गर्ग आदि प्रमुख रूप से शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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