तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक का शुभारंभ केन्द्रीय लघु एवं मध्यम उद्योग व पशुपालन राज्य मंत्री प्रताप साडंगी ने किया
हरिद्वार। पतंजलि योगपीठ-2 स्थित श्रद्वालयम आॅडिटोरियम में पतंजलि योगपीठ की तीन दिवसीय राष्ट्रीय कार्यकारिणी बैठक का शुभारंभ केन्द्रीय लघु एवं मध्यम उद्योग व पशुपालन राज्य मंत्री प्रताप साडंगी ने किया। उन्होंने स्वामी रामदेव द्वारा चलाए जा रहे वैश्विक योग आंदोलन, आचार्य बालकृष्ण द्वारा आयुर्वेद के क्षेत्र में किए गए अभुतपूर्व कार्य तथा स्वामी विवेकानंद के उन कार्यों की चर्चा की जो भौतिकवाद की चकाचैंध में पीछे छूट गए थे। उन्होंने कहा कि स्वामी जी ने योग के माध्यम से भारत के स्वाभिमान को जाग्रत किया है। केन्द्रीय मंत्री ने बैठक में उपस्थित युवाओं को पुरुषार्थ का महत्त्व बताते हुए, स्वस्थ व समृद्व जीवनशैली अपनाने का आह्नान किया। इस अवसर पर श्री साडंगी ने भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा धारा 370 तथा 35-ए को हटाए जाने की प्रशंसा करते हुए भारत के विभाजन को विनाशकारी बताया। उन्होंने एनआरसी, सीएए तथा एनपीए के संदर्भ में लोगों को जाग्रत करते हुए कहा कि राष्ट्र को बाँटने की मानसिकता फैलाने वाले लोग भ्रम फैलाने का कार्य कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि स्वामी रामदेव व आचार्य बालकृष्ण द्वारा योग व आयुर्वेद को प्रचारित-प्रसारित करने का कार्य अभुतपूर्व है। इसके बाद श्री साडंगी आचार्य बालकृष्ण से मिलने पतंजलि योगपीठ स्थित उनके कार्यालय पहुँचे जहाँ आचार्य जी ने पुष्पगुच्छ भेंट कर उनका स्वागत किया। इस अवसर पर आचार्य बालकृष्ण ने कहा कि भारतीय ऋषियों की धरोहर आयुर्वेद चिकित्सा पद्वति को जितना प्रश्रेय मिलना चाहिए था, हमारी कमजोर सोच के कारण उतना नहीं मिला तथा यह वैकल्पिक चिकित्सा के रूप में ही प्रयोग होता रहा। उन्होंने कहा कि वैश्विक स्तर पर आयुर्वेद के क्षेत्र में जितना अनुसंधान होना चाहिए था, वह नहीं हो सका। दुनिया में 3.6 लाख प्रजातियों के पौधे हैं किन्तु उनमें से औषधीय पौधों की पूरी गणना अभी तक मौजूद नहीं है। पहली बार पतंजलि ने अनुसंधान कर एक चेकलिस्ट बनाई है जो बताती है कि दुनिया में करीब 62 हजार औषधीय पौधे हैं। इन पर अभी पतंजलि अनुसंधान संस्थान के माध्यम से शोध किया जा रहा है। पतंजलि के प्रयासों से ही विश्व प्रसिद्व स्वास्थ्य पत्रिकाओं जैसे नेचर इत्यादि में प्रथम बार आयुर्वेद को स्थान मिला है।
Comments
Post a Comment