Skip to main content

रुक-रुक कर हुई बारिश के चलते पूरे दिन लोग घरों में कैद . कामकाजी लोगों को कार्य स्थल तक पहुंचने में असुविधा

हरिद्वार। सोमवार को बूंदाबांदी और मंगलवार को पूरे दिन रुक-रुक कर हुई बारिश के चलते ठंड बढ़ गई। इससे पूरे दिन लोग घरों में कैद रहे। कामकाजी लोगों को कार्य स्थल तक पहुंचने में असुविधा हुई। अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशरू 16.4 और 6.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। शहर में 14 एमएम बारिश दर्ज की गई।साल के पहले सप्ताह से मौसम का मिजाज इस कदर बदला कि सुधरने का नाम नहीं ले रहा है। सोमवार को पूरे दिन आसमान में बादल छाए रहे। बूंदाबांदी से ठिठुरन बढ़ी। इससे लोग घरों में कैद होकर रह गए। मंगलवार को तो पूरे दिन रुक-रुक कर बारिश होती रही। सर्द हवाएं मुश्किलें बढ़ाती रही। ठंड से बचने को लोग घरों में कैद रहे। ठंड दूर भगाने को अलाव और हीटर का सहारा लेना पड़ा। कामकाजी लोगों को भी कार्यस्थलों तक पहुंचने में दिक्कतें आई। इधर ठंड बढ़ने से बाजारों में भी अपेक्षित चहल पहल नहीं दिखी। अपर रोड मार्केट,कटहरा बाजार आदि में सन्नाटा पसरा रहा। दुकानदार ग्राहकों की बाट जोहते नजर आए। मंगलवार को अधिकतम और न्यूनतम तापमान क्रमशः 16.4 और 6.2 डिग्री सेल्सियस दर्ज किया गया। वहीं 14 एमएम बारिश हुई। इधर बारिश के चलते शाम के वक्त नगर निगम प्रशासन को अलाव की व्यवस्था करने में दिक्कत आई। इधर बारिश से गेहूं , सरसों और मौसमी सब्जी आदि फसलों को काफी फायदा पहुंचा है। किसान संजय कुमार, रमेशचंद, अरविद आदि ने बताया कि बारिश से सर्वाधिक गेहूं की फसल को फायदा पहुंचा है। मंगलवार को जिले में रुक- रुक कर बारिश होती रही। जगह-जगह जलभराव, कीचड़ और फिसलन की समस्या से शहरी दो चार होते रहे। मंगलवार को लोगों का सड़कों पर चलना दूभर हो गया। विद्युत लाइन भूमिगत करने को खोदे गड्ढे भी परेशानी का सबब बने रहे। बारिश से ऋषिकुल चैक, बस स्टैंड, भगत सिंह चैक, विवेक विहार मॉडल कॉलोनी, गोविद पुरी आदि जगहों पर जलभराव और कीचड़ की समस्या देखने को मिली। बारिश के कारण स्कूली बच्चों के अलावा लोगों को घरों से निकलने में काफी परेशानी हुई। कामकाजी लोगों को छतरी और बरसाती का इस्तेमाल करना पड़ा। जल निकासी की व्यवस्था नहीं होने से शहर की सड़कों और गलियों में भी कीचड़ और बारिश का पानी जमा रहा। कई स्थानों पर वाहनों के गड्ढे में फंसने के मामले सामने आए। जिसे निकालने को काफी मशक्कत करनी पड़ी। आम शहरी सिस्टम को कोसते नजर आए।


Comments

Popular posts from this blog

गौ गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया

  हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है।  महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा

ऋषिकेश मेयर सहित तीन नेताओं को पार्टी ने थमाया नोटिस

 हरिद्वार। भाजपा की ओर से ऋषिकेश मेयर,मण्डल अध्यक्ष सहित तीन नेताओं को अनुशासनहीनता के आरोप में नोटिस जारी किया है। एक सप्ताह के अन्दर नोटिस का जबाव मांगा गया है। भारतीय जनता पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में ऋषिकेश की मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं, ऋषिकेश के मंडल अध्यक्ष दिनेश सती और पौड़ी के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश रावत को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनबीर सिंह चैहान के अनुसार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने नोटिस जारी किए हैं। नोटिस में सभी को एक सप्ताह के भीतर अपना स्पष्टीकरण लिखित रूप से प्रदेश अध्यक्ष अथवा महामंत्री को देने को कहा गया है।

धूमधाम से गंगा जी मे प्रवाहित होगा पवित्र जोत,होगा दुग्धाभिषेक -डॉ0नागपाल

 112वॉ मुलतान जोत महोत्सव 7अगस्त को,लाखों श्रद्वालु बनेंगे साक्षी हरिद्वार। समाज मे आपसी भाईचारे और शांति को बढ़ावा देने के संकल्प के साथ शुरू हुई जोत महोसत्व का सफर पराधीन भारत से शुरू होकर स्वाधीन भारत मे भी जारी है। पाकिस्तान के मुल्तान प्रान्त से 1911 में भक्त रूपचंद जी द्वारा पैदल आकर गंगा में जोत प्रवाहित करने का सिलसिला शुरू हुआ जो आज भी अनवरत 112वे वर्ष में भी जारी है। इस सांस्कृतिक और सामाजिक परम्परा को जारी रखने का कार्य अखिल भारतीय मुल्तान युवा संगठन बखूबी आगे बढ़ा रहे है। संगठन अध्यक्ष डॉ महेन्द्र नागपाल व अन्य पदाधिकारियो ने रविवार को प्रेस क्लब में पत्रकारों से  मुल्तान जोत महोत्सव के संबंध मे वार्ता की। वार्ता के दौरान डॉ नागपाल ने बताया कि 7 अगस्त को धूमधाम से  मुलतान जोट महोत्सव सम्पन्न होगा जिसके हजारों श्रद्धालु गवाह बनेंगे। उन्होंने बताया कि आजादी के 75वी वर्षगांठ पर जोट महोत्सव को तिरंगा यात्रा के साथ जोड़ने का प्रयास होगा। श्रद्धालुओं द्वारा जगह जगह सुन्दर कांड का पाठ, हवन व प्रसाद वितरण होगा। गंगा जी का दुग्धाभिषेक, पूजन के साथ विशेष ज्योति गंगा जी को अर्पित करेगे।