हरिद्वार। जन एकता जन अधिकार आंदोलन के बैनर तले विभिन्न संगठनों के कार्यकर्ताओं ने सीएए, एनआरसी और एनपीआर के विरोध में नगर मजिस्टेªट कार्यालय के समझ केंद्र सरकार के खिलाफ धरना- प्रदर्शन किया। कार्यकर्ताओं ने सीएए को वापस लेने के लिए सिटी मजिस्ट्रेट के माध्यम से राष्ट्रपति को ज्ञापन सौंपा है। धरने में शामिल वक्ताओं ने कहा कि केंद्र और राज्य सरकारों ने आंदोलनकारियों की पुलिस से पिटाई कराई है, जिसमें करीब 20 लोगों की मौत हो गई। वहीं वक्ताओं का कहना है कि पुलिस द्वारा सैकड़ों लोगों को झूठे मुकदमों में अभी भी जेल में बंद किया गया है। धरने में बैठे वक्ताओं ने जेलों में बंद आंदोलनकारियों को रिहा करने और सीएए को वापस लेने की मांग की है।उन्होंने कहा कि सरकार को देश की जनता से कोई लेना देना नहीं है। वह समस्याओं के समाधान के बजाए देश की जनता को धर्म और साम्प्रदायिक आधार पर बांटने और लड़ाने का काम कर रही है। कहा कि सरकार अपनी विफलता को छुपाने के लिए इस कानून की आड़ मे देश के प्रति साजिश रच रही है, जो बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। इस दौरान विजयपाल सिंह, इमरत सिंह, आरसी धीमान, आरपी जखमोला, खेमकरण लाल, महेंद्र सिंह वर्मा, लालदीन, डीपी रतूडी़, टीके वर्मा, उदयवीर सिंह, केके प्रसाद, इंदू, अजय, कयूम खान आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। भाजपा की ओर से ऋषिकेश मेयर,मण्डल अध्यक्ष सहित तीन नेताओं को अनुशासनहीनता के आरोप में नोटिस जारी किया है। एक सप्ताह के अन्दर नोटिस का जबाव मांगा गया है। भारतीय जनता पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में ऋषिकेश की मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं, ऋषिकेश के मंडल अध्यक्ष दिनेश सती और पौड़ी के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश रावत को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनबीर सिंह चैहान के अनुसार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने नोटिस जारी किए हैं। नोटिस में सभी को एक सप्ताह के भीतर अपना स्पष्टीकरण लिखित रूप से प्रदेश अध्यक्ष अथवा महामंत्री को देने को कहा गया है।
Comments
Post a Comment