हरिद्वार। लाॅकडाउन के दौरान सामानों की अधिक रेट लेने सहित उल्लंघन करने के मामले में नगर पुलिस ने भी कारवाई तेज कर दी है। पांचवे दिन ओवररेटिंग की शिकायत पर रानीपुर पुलिस ने एक दुकानदार के खिलाफ केस दर्ज किया है। जबकि तीन दुकानदारों को लॉकडाउन का उल्लंघन करने पर मुकदमा दर्ज कर 41 को नोटिस दिया है। उधर, नगर कोतवाली पुलिस ने लॉकडाउन के दौरान क्षेत्र की शांतिभंग करने के आरोप में छह युवकों को गिरफ्तार किया है। पुलिस ने बिना वजह घर से बाहर निकले 20 युवकों के वाहन सीज किए हैं। गुरुवार को जहां शहरभर की पुलिस ने एक भी गिरफ्तार नहीं की, लेकिन शुक्रवार को लोगों ने नियम तोड़ने शुरू कर दिए। रानीपुर पुलिस को गोविंदपुर, दादूपुर, सलेमपुर में ओवररेटिंग की शिकायत मिली। सूचना थी कि एक व्यापारी अधिक रेट पर आटा बेच रहा है। पुलिस मौके पर पहुंची तो लॉकडाउन के दौरान मिली छूट का समय समाप्त हो चुका था, लेकिन दुकान खुली थी। पुलिस मौके पर पहुंची और दुकानदार मोहल्ल इरशाद पुत्र अख्तर अली के यहां छापा मारा। पुलिस ने इरशाद के खिलाफ केस दर्ज कर लिया। वहीं रानीपुर पुलिस ने विष्णुलोक कॉलोनी में एक पान का खोला खुला हुआ पाया। उधर, कनखल पुलिस ने दुकान खोलने पर द्वारिका प्रसाद निवासी फरीदपुर बरेली और सुरेंद्र पुत्र परमानंद निवासी शिवपुरी कनखल के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया। नगर कोतवाली पुलिस ने लॉकडाउन के दौरान क्षेत्र की शांतिभंग पर रोहित पुत्र महेंद्र सिहं सैनी निवासी कोरादेवी कॉलोनी खड़खड़ी, पिंटू पुत्र संतन सिंह निवासी नई बस्ती खड़खड़ी, शुभम पुत्र मुकेश निवासी इंदिरा विकास कॉलोनी, खड़खड़ी सुनील शर्मा पुत्र महेश शर्मा निवासी मुखिया गली भूपतवाला, विवेक शर्मा पुत्र मोहन लाल निवासी भीमगोड़ा गोसाईं गली को गिरफ्तार कर लिया। ज्वालापुर, रानीपुर, कनखल, सिडकुल पुलिस ने करीब 20 वाहनों को सीज किया।
हरिद्वार। भाजपा की ओर से ऋषिकेश मेयर,मण्डल अध्यक्ष सहित तीन नेताओं को अनुशासनहीनता के आरोप में नोटिस जारी किया है। एक सप्ताह के अन्दर नोटिस का जबाव मांगा गया है। भारतीय जनता पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में ऋषिकेश की मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं, ऋषिकेश के मंडल अध्यक्ष दिनेश सती और पौड़ी के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश रावत को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनबीर सिंह चैहान के अनुसार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने नोटिस जारी किए हैं। नोटिस में सभी को एक सप्ताह के भीतर अपना स्पष्टीकरण लिखित रूप से प्रदेश अध्यक्ष अथवा महामंत्री को देने को कहा गया है।
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