हरिद्वार। जनपद में 11वें दिन भी कोरोना वायरस संक्रमण का कोई नया मरीज नही मिलने से फिलहाल राहत महसूस की जा रही है। मेला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में दो पाॅजिटिव मरीजों का उपचार जारी है। इसके अलावा गुरूवार को आई 12रिर्पोट नेगेटिव पायी गयी,जबकि 14लोगों के सेैम्पल जांच के लिए भेजे गये। इसके अलावा गुरूवार को जनपद में 3306व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की गई। जनपद के विभिन्न आइसोलेशन वार्ड में फिलहाल 55लोगों को रखा गया है,जबकि विभिन्न क्वारंटाइन केन्द्रों में 155व्यक्ति भर्ती है। गुरूवार को फेसिलिटी क्वांरटाइन सेंटर से 14लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार गुरूवार को जनपद में कोई भी नया कोरोना वायरस संक्रमित मरीज नही मिला। फिलहाल मेला अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में पहले से भर्ती दो कोरोना पाॅजिटिव मरीज की हालत स्थिर है। इसके अलावा जनपद में आइसोलेशन वार्डो में 55 व्यक्तियों को रखा गया है। फिलहाल जनपद के विभिन्न क्वारंटाइन केन्द्रो में 155 व्यक्तियों को रखा गया है। फेसलिटी क्वारंटाइन केन्द्र से 14लोगों को होम क्वारंटाइन किया गया है। गुरूवार तक जनपद से कुल 1284 व्यक्तियों के सैम्पल जांच के लिए लैब भेजे गये,जिनमें से 1262व्यक्तियों की रिर्पोट आ चुकी है। इनमें से 1255नेगेटिव और सात पाॅजिटिव पाये गये है। हलांकि सात में से पांच मरीजों के स्वस्थ होने पर उन्हें अस्पताल से डिस्चार्ज किया जा चुका है। गुरूवार को 14व्यक्तियों के सैम्पल जांच के लिए लैब भेजे गये है। नगल इमरती गंाव रूड़की में कोरोना पाॅजिटिव मरीज पाये जाने के बाद गांव का सर्वे करने के अलावा 3192व्यक्तियों की स्क्रीनिंग की जा चुकी है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
Comments
Post a Comment