हरिद्वार। अंबेडकर जन्मोत्सव समिति की ओर से अंबेडकर नगर में डा.भीमराव अंबेडकर की 129वीं जयंती पर उन्हें भावभीनी श्रद्धांजलि अर्पित करते हुए समाजोत्थान में योगदान करने का संकल्प व्यक्त किया गया। इस दौरान सोशल डिस्टेंसिंग का भी पूरा ध्यान रखा गया। इस अवसर पर समिति के संयोजक पार्षद नेपाल सिंह व अध्यक्ष विशाल राठौर ने कहा कि समान अधिकारों की वकालत करने वाले बाबा साहेब डा.भीमराव अंबेडकर कानून और अर्थशास्त्र के प्रकाण्ड विद्वान थे। उन्होंने कोलंबिया विश्वविद्यालय और लंदन स्कूल ऑफ इकोनॉमिक्स से अर्थशास्त्र में डॉक्टरेट की उपाधि प्राप्त की। उन्होंने भारत के राज्य को पुरातन मान्यताओं और विचारों से मुक्त करने के लिए अर्थशास्त्र में अपनी मजबूत पकड़ का इस्तेमाल किया। डा.अंबेडकर का मानना था कि भाग्य के बजाए शिक्षा और अपनी मेहनत पर विश्वास करना चाहिए। तभी जीवन में आगे बढ़ा जा सकता है। तत्कालीन समाज में फैली छुआछूत के खिलाफ उनका संघर्ष समाज को आज भी प्रेरणा देता है। सभी को उनके विचारों को आत्मसात कर रूढ़िवादिता के खिलाफ एकजुटता से कार्य करने की आवश्यकता है। नमन करने वालों में समिति के उपाध्यक्ष अजीत सिंह, योगेश कुमार, कोषाध्यक्ष सुमित कुमार, राजेंद्र देवल, बेगराज सिंह, पूर्व पार्षद निशा देवी, संजय कुमार, मोदी तेग्वाल, जगराम, जयपाल, सुशील कुमार, रामपाल सिंह, भोपाल सिंह, शिवदत्त आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
Comments
Post a Comment