हरिद्वार । राज्य सरकार ने कोरोना संकट से व्यवस्थित रूप से निपटने के लिए विभिन्न सिविल सोसाइटी, गैर सरकारी संगठनों, धार्मिक संस्थाओं एवं व्यक्तियों के मध्य पारस्परिक समन्वय हेतु उत्तराखंड शासन के सूचना एवं प्रौद्योगिकी विभाग के सचिव आरके सुधांशु, को राज्य का नोडल अधिकारी मनोनीत किया। उनके इस कार्य में सहयोग हेतु एवं समन्वय हेतु एक समन्वय टीम का गठन जनपद आधार पर किया गया। समन्वय हेतु विजय कुमार यादव ,अपर सचिव ,संजय माथुर ,नलिन थपलियाल एवं कंट्रोल रूम के इंचार्ज अमित कुमार बलूनी को सम्मिलित किया गया है। हरिद्वार जनपद में समन्वय हेतु नोडल अधिकारी के रूप में अपर मेला अधिकारी कुंभ,सरदार हरवीर सिंह को नोडल अधिकारी मनोनीत किया गया है। वही मनसा देवी ट्रस्ट के अध्यक्ष, पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी के सचिव, एस एम जे एन पी जी कॉलेज हरिद्वार की प्रबंध समिति के सचिव श्री महंत रवींद्र पुरी को मदर सीएसओ के रूप में नामित किया गया है। कोरोना संकट के समय राहत शिविरों में सामुदायिक आधार पर तैयार भोजन एवं अन्य आवश्यक सामग्री जरूरतमंद व्यक्तियों तक पहुंचाने हेतु इस समन्वय टीम की मुख्य भूमिका रहेगी तथा उनके निर्देशानुसार ही राहत कार्यों को संपन्न कराया जा सकेगा। कोरोना संकट के समय राहत शिविरों में सामुदायिक आधार पर तैयार भोजन एवं अन्य आवश्यक सामग्री जरूरतमंद व्यक्तियों तक पहुंचाने हेतु इस समन्वय टीम की मुख्य भूमिका रहेगी तथा उनके निर्देशानुसार ही राहत कार्यों को संपन्न कराया जा सकेगा। अपर कुम्भ मेला अधिकारी सरदार हरवीर सिंह को नोडल अधिकारी एवं श्री महंत रवींद्र पुरी को मदर सी एस ओ के रूप में नामित किए जाने पर डॉ सुनील कुमार बत्रा,प्रदीप शर्मा,अनिल शर्मा,आर के शर्मा, प्रो पी एस चैहान, विशाल गर्ग, डॉ संजय कुमार माहेश्वरी, डॉ सरस्वती पाठक,मोहन चंद पांडे,एवं विभिन्न सामाजिक संगठनों ने प्रसन्नता व्यक्त की है। इस इस संदर्भ में जब श्री महंत रविंद्रपुरी जी से वार्ता की गई तो उनका स्पष्ट कहना था कि संकट की इस घड़ी में कोई भी व्यक्ति भूखा ना रहे यह उनका प्रथम प्रयास रहेगा।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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