हरिद्वार। एक चिकित्सक के गेस्ट हाउस से बाहर निकलने पर ज्वालापुर में लोगों ने हंगामा कर दिया। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर मामला जाना तो उल्टा लोगों की गलती सामने आई। पुलिस ने लोगों को फटकार लगाई और दोबारा इस तरह की शिकायत न करने की हिदायत भी दी। लोगों ने चिकित्सक पर गाली गलौज करने का आरोप लगाते हुए हंगामा किया था और आरोप लगाया था कि चिकित्सक क्वारंटाइन होने के बावजूद गेस्ट हाउस से बाहर निकले थे, जबकि चिकित्सक की रिपोर्ट पहले ही नेगेटिव आ चुकी थी। दरअसल दो स्वास्थ्यकर्मी की कोरोना की पॉजिटिव रिपोर्ट आने के बाद कई चिकित्सक को क्वारंटाइन किया गया था। जिले के एक अस्पताल के सीएमएस ने एहतियात के तौर पर स्वयं ही अपने आप को सेल्फ क्वारंटाइन किया हुआ था। यह सीएमएस ज्वालापुर क्षेत्र के मंडी के गेस्ट हाउस में रुके थे। उन्होंने अपना सैंपल स्वयं दिया और रिपोर्ट नेगेटिव आई। शनिवार को चिकित्सक किसी काम से गेस्ट हाउस से बाहर आये। आरोप है कि लोगों ने इस बात पर हंगामा कर दिया। लोगों का आरोप था कि चिकित्सक क्वारंटाइन का उल्लंघन कर रहे हैं, जबकि ऐसा कुछ नहीं था। हंगामे की सूचना मिलते ही ज्वालापुर कोतवाली प्रभारी योगेश सिंह देव मौके पर पहुंचे और पुलिस ने पूरे मामले की जांच पड़ताल की। सामने आया कि चिकित्सक को किसी भी तरह की कोई बीमारी नहीं है और वो स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी के कहने पर ही गेस्ट हाउस से बाहर निकले थे। कोतवाली प्रभारी योगेश सिंह देव ने बताया कि चिकित्सक की रिपोर्ट पहले ही नेगेटिव आ चुकी है। उन्होंने किसी भी तरह का कोई उल्लंघन नहीं किया है। लोगों को समझा दिया गया है।
हरिद्वार। भाजपा की ओर से ऋषिकेश मेयर,मण्डल अध्यक्ष सहित तीन नेताओं को अनुशासनहीनता के आरोप में नोटिस जारी किया है। एक सप्ताह के अन्दर नोटिस का जबाव मांगा गया है। भारतीय जनता पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में ऋषिकेश की मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं, ऋषिकेश के मंडल अध्यक्ष दिनेश सती और पौड़ी के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश रावत को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनबीर सिंह चैहान के अनुसार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने नोटिस जारी किए हैं। नोटिस में सभी को एक सप्ताह के भीतर अपना स्पष्टीकरण लिखित रूप से प्रदेश अध्यक्ष अथवा महामंत्री को देने को कहा गया है।
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