हरिद्वार। नगर कोतवाली क्षेत्रान्गर्त सप्तऋषि भूपतवाला के एक आश्रम में सेवादार ने रेलिंग में लटककर आत्महत्या कर ली। पुलिस ने सेवादार के शव को पोटस्मार्टम के लिए जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है। सेवादार ढाई महीने पहले ही हरिद्वार आया था। पुलिस के मुताबिक मूल रूप से बगला, कापस विचूना इटावा निवासी उमा शंकर (60) पुत्र रघुवर दयाल हरिद्वार में भूपतवाला के भारतमाता पुरम स्थित हनुमंत धाम में सेवादार था। ढाई महीने पहले उमा शंकर हनुमंत धाम में आये थे और यहां सेवादारी कर रहे थे। पुलिस के मुताबिक, रविवार सुबह सात बजे एक कमरे के बाहर रेलिंग में लटककर उमा शंकर ने आत्महत्या कर ली। मौके पर पहुंची पुलिस ने शव को रेलिंग से नीचे उतार कब्जे में लिया। पुलिस को मौके से किसी भी तरह का कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है। इसलिए आत्महत्या का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। बताया जा रहा है कि रविवार सुबह उमा शंकर को लोगों ने आश्रम के बाहर देखा था। कोतवाली प्रभारी प्रवीण सिंह कोश्यारी ने बताया कि परिजनों को घटना की जानकारी दे दी गई है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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