हरिद्वार। सिडकुल क्षेत्रांतर्गत ग्राम हजाराग्रंट निवासी बुजुर्ग ने एसएसपी को प्रार्थना पत्र देकर न्याय की गुहार लगायी है। एसएसपी को दिए गए प्रार्थना पत्र में बुजुर्ग तजुल्लम ने आरोप लगाया है कि खेत में असामाजिक गतिविधियों का विरोध पर करने पर गांव के कुछ दबंग उसके परिवार से रंजिश रखते हैं। बीती 31 मई की शाम को जब उसके बेटे तरमीन ने अपने खेत में उनकी संदिग्ध गतिविधियों का विरोध किया तो आरोपियों ने उसे लाठी डंडो से पीटना शुरू कर दिया। उसे बचाने आए परिवार के अन्य लोगों व उनके के साथ भी मारपीट की गयी। मारपीट में बुरी तरह घायल हुए तरमीन को जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। आरोपियों के खिलाफ मुकद्मा दर्ज कराने को पुलिस को तहरीर दी गयी। लेकिन पुलिस ने तत्काल कोई कार्रवाई नहीं की और कई दिन बाद 3 जून को मुकद्मा दर्ज किया। मुकद्मा दर्ज करने के बाद आरोपियों को गिरफ्तार करने के बजाए पुलिस ने आरोपियों की ओर से उनके खिलाफ भी झूठा मुकद्मा दर्ज कर दिया। जिसके एवज में आरोपी उन पर फैसले का दबाव बना रहे हैं। उन्हें धमकाया भी जा रहा है। तजुल्लम ने आरोप लगाया है कि आरोपियों के खिलाफ पहले से ही कई मुकद्मे दर्ज हैं। कई मामलों में न्यायालय से उन्हें सजा भी सुनाई जा चुकी है। बुजुर्ग ने एसएसपी से पूरे मामले की जांच कराकर न्याय दिलाने की गुहार लगायी है। तजुल्लम ने कहा कि हजाराग्रंट के अन्य ग्रामीण भी दबंग आरोपियों से परेशान है। आरोपी तमाम गैर कानूनी धंधों में संलिप्त हैं। पुलिस भी ऐसे आरोपियों के खिलाफ सख्त कदम नहीं उठा रही है। गिरफ्तारी नहीं होने से आरोपियों के हौसले बुलंद हो रहे हैं। जिससे उन्हें व उनके परिवार को खतरा बना हुआ है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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