हरिद्वार। नगर कोतवाली क्षेत्रान्गर्त रोड़ी वेलवाला क्षेत्र में झोपड़ी में रहने वाले एक युवक ने संदिग्ध हालात में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। सूचना मिलते ही मौके पर पहुची पुलिस ने शव को अपने कब्जे में ले लिया है। आत्महत्या का कारण प्रेस प्रसंग बताया जा रहा है। पुलिस को युवक के हाथ की नस भी कटी मिली है। नगर कोतवाली पुलिस के अनुसार मूल रूप से मुकुंदपुर दिल्ली निवासी रोहित (28) पुत्र रामवीर कई साल पहले दिल्ली से हरिद्वार आया था। यहां रोहित नगर कोतवाली क्षेत्र के रोडीबेल वाला में एक झोपड़ी बनाकर रह रहा था। पेशे से रोहित मजदूरी का काम करता था। शुक्रवार की रात रोहित ने आत्महत्या कर ली, पुलिस को आत्महत्या का पता शनिवार की सुबह तब हुई जब किसी ने रोहित की झोपड़ी में देखा कि रोहित झोपड़ी के अंदर फांसी के फंदे से लटका हुआ है। सूचना मिलते ही नगर कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह, रोडीबेल वाला चैकी प्रभारी पवन डिमरी मौके पर पहुंच गए। पुलिस ने देखा कि रोहित के हाथ की नस कटी हुई है। जिससे काफी खून बह चुका था। पुलिस ने रोहित के शव को फांसी के फंदे से नीचे उतारा और पोस्टामार्टम के लिए जिला अस्पताल की मोर्चरी में रखवा दिया है। हरिद्वार पुलिस दिल्ली मुकुंदपुर पुलिस से संपर्क कर रही है, ताकि रोहित के परिवार वालों को घटना की जानकारी दी जा सकें। नगर कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह ने बताया कि मामला प्रेस प्रसंग से जुड़ा हुआ है। पास की ही एक युवती से रोहित प्रेम करता था। आसपास के लोगों ने बताया है कि युवती से रोहित की अनबन भी हुई थी। मौके से पुलिस को किसी भी तरह का कोई सुसाइड नोट नहीं मिला है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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