हरिद्वार। पथरी थाना पुलिस ने शादी का झाॅसा देकर युवती के साथ दुष्कर्म करने तथा गर्भपात कराने के मामले में ग्राम प्रधान सहित चार लोगो के खिलाफ मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। आरोप है कि पथरी क्षेत्र के एक गांव की रहने वाली युवती को युवक ने शादी का झांसा देकर दुष्कर्म किया तथा गर्भ रहने पर निजी क्लीनिक में ले जाकर गर्भपात करा दिया। पीड़ित युवती की तहरीर पर पथरी पुलिस ने संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज कर जांच शुरू कर दी है। पीड़िता ने पुलिस को दी शिकायत में बताया कि चार वर्ष पहले वह अपनी मासी के घर रहने आई थी। इसी बीच पदार्था निवासी एक युवक से उसका प्रेम प्रसंग शुरू हो गया। युवक शादी का झांसा देकर उसके साथ दुष्कर्म करता रहा। युवती ने आरोप लगाया कि शादी की बात करने पर आरोपी युवक टाल मटोल करता रहा। इसी बीच उसे गर्भ ठहर गया। युवती का आरोप है कि ग्राम प्रधान और आरोपी युवक और उसके माता-पिता ने लक्सर के एक निजी अस्पताल में ले जाकर उसका गर्भपात करा दिया। इस पर भी जब आरोपी ने शादी नहीं की तो मामले में कई बार पंचायत बैठी। इसके बाद फेरुपुर पुलिस चैकी में भी दोनों पक्षों में शादी की रजामंदी होने पर लिखित फैसला किया गया। फिर भी युवक ने शादी नहीं की। बुधवार को युवती और उसके परिजन दो दर्जन से अधिक लोगों को साथ लेकर पथरी थाने पहुंचे। तहरीर के आधार पर पुलिस ने ग्राम प्रधान नजाकत अली पुत्र रियासत, आवेश पुत्र सराफत, सराफत पुत्र घसीटा, खुशनुमा पत्नी सराफत निवासी पदार्था के खिलाफ संबंधित धाराओं में मुकदमा दर्ज किया है। एसओ पथरी सुखपाल सिंह मान ने बताया युवती की तहरीर पर मुकदमा दर्ज किया गया है। मामले की जांच की जायेगी। उधर प्रधान नजाकत अली का कहना है कि राजनीतिक षड्यंत्र करके उन्हें फंसाने की कोशिश की जा रही है। एसएसपी से मिलकर मामले में निष्पक्ष जांच की मांग की जाएगी।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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