हरिद्वार। दस्तावेजों में कूटरचना कर धोखाधड़ी से श्री पंचायती अखाड़ा निर्मल की एक्कड़ कलां शाखा की भूमि कब्जाने के प्रयास के मामले में बाबा कश्मीर सिंह भूरी वाले के शिष्य बाबा प्रेमसिंह भूरी वाले के खिलाफ पथरी थाने में मुकद्मा दर्ज किया गया है। श्री निर्मल पंचायती अखाड़े में पत्रकारों को जानकारी देते हुए अखाड़े के कोठारी महंत जसविन्दर सिंह महाराज ने बताया कि बाबा कश्मीर सिंह भूरी वाले गुट से जुड़े असामाजिक तत्व अखाड़े की संपत्ति पर अवैध रूप से कब्जा करने की फिराक में लगे हुए हैं। बाबा कश्मीर सिंह भूरी वाले के शिष्य बाबा प्रेमसिंह भूरी वाले ने कुछ अन्य लोगों के साथ मिलकर दस्तावेजों में कूट रचना कर अखाड़े की एक्कड़ कलां शाखा की 12 सौ बीघा भूमि अपने नाम कराने का प्रयास किया था। इस संबंध में अखाड़े की ओर से पुलिस व संबंधित विभागों में शिकायत दर्ज करायी गयी थी। अखाड़े द्वारा दर्ज करायी गयी शिकायत की जांच के बाद पथरी थाने में इस संबंध में धोखाधड़ी की धाराओं में मुकद्मा दर्ज किया गया है। उन्होंने कहा कि बाबा कश्मीर सिंह वाले गुट से जुड़े असामाजिक तत्व इसके पूर्व फर्जी प्रस्तावों के जरिए अखाड़े के श्रीमहंत पद पर कब्जा करने का प्रयास भी कर चुके हैं। इस संबंध में हाल ही में कनखल पुलिस ने मुकद्मा दर्ज किया है। अखिल भारतीय अखाड़ा परिषद से संत के चोले में आपराधिक गतिविधियों को अंजाम दे रहे बाबा कश्मीर सिंह भूरी वाले गुट के खिलाफ कार्रवाई की मांग भी की जाएगी। इस दौरान संत तलविंदर सिंह, संत जनरैल सिंह, महंत सतनाम सिंह, महंत अमनदीप सिंह, महंत खेमसिंह, संत सुखमन सिंह, संत सिमरन सिंह, संत सुखदेव सिंह, संत सोहन सिंह, संत रामस्वरूप सिंह, संत अमनदीप सिंह आदि मौजूद रहे।
हरिद्वार। भाजपा की ओर से ऋषिकेश मेयर,मण्डल अध्यक्ष सहित तीन नेताओं को अनुशासनहीनता के आरोप में नोटिस जारी किया है। एक सप्ताह के अन्दर नोटिस का जबाव मांगा गया है। भारतीय जनता पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में ऋषिकेश की मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं, ऋषिकेश के मंडल अध्यक्ष दिनेश सती और पौड़ी के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश रावत को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनबीर सिंह चैहान के अनुसार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने नोटिस जारी किए हैं। नोटिस में सभी को एक सप्ताह के भीतर अपना स्पष्टीकरण लिखित रूप से प्रदेश अध्यक्ष अथवा महामंत्री को देने को कहा गया है।
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