हरिद्वार। जनपद में कोरोना के संक्रमित मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है। मंगलवार को 55 और मरीजों की पुष्टि की गई। इसके साथ ही जनपद में एक्टिव मरीजों की संख्या 389 हो गई है। दूूसरी ओर सिडकुल स्थित एक और कंपनी प्रबंधन के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है। जबकि बहुराष्टीय कंपनी में संक्रमित मरीजों की संख्या तीन सौ के पार पहुच गयी है। प्रदेश के साथ ही जनपद मंे कोरोना संक्रमित मरीजों के मिलने का सिलसिला जारी है। मंगलवार को जनपद में 55 नये संक्रमित मरीज मिलें। दूसरी ओर हरिद्वार के सिडकुल की एक और कंपनी में कोरोना ने दस्तक दी है। कंपनी के दो कर्मचारी कोरोना पॉजिटिव मिले। आनन-फानन में प्रशासन ने कंपनी को सील कर दिया। वहीं अब कंपनी के सभी कर्मचारियों की कोरोना जांच की कार्रवाई शुरू कर दी गई है। उत्तराखंड के प्रमुख औद्योगिक क्षेत्र सिडकुल से कोरोना का खतरा टलने का नाम ही नहीं ले रहा है। सोमवार को सिडकुल की एक और कंपनी के दो कर्मचारियों में कोरोना संक्रमण की पुष्टि हुई। दो कर्मचारियों की रिपोर्ट आने के साथ प्रशासन की टीम कंपनी के प्लांट में पहुंच गई। प्रशासन ने प्लांट को पूरी तरह से सील कर दिया है। दोनों कर्मचारियों को कोविड केयर सेंटर में भर्ती किया गया है। जिलाधिकारी ने स्वास्थ्य विभाग को कंपनी के सभी कर्मचारियों के कोरोना जांच करने के आदेश जारी कर दिए हैं। कर्मचारियों के घर के आसपास के क्षेत्र को कंटेनमेंट जोन बनाया गया है। स्वास्थ्य विभाग ने पॉजिटिव मरीजों के सपंर्क में आए लोगों के चिन्हीकरण की कार्रवाई शुरू कर दी है। कंपनी सिडकुल की नामी कंपनी के पार्ट्स भी बनाती है। इसलिए कंपनी के कर्मचारियों के नामी कंपनी के कर्मचारियों के संपर्क में आने की संभावना को भी खंगाला जा रहा है। जिलाधिकारी सी. रविशंकर के अनुसार दो कोरोना पॉजिटिव कर्मचारी मिलने के बाद कंपनी को पाबंद किया गया है। कंपनी के सभी कर्मचारियों की कोविड जांच कराई जा रही है। सपंर्क में आए लोगों को भी चिह्नित किया जा रहा है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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