हरिद्वार। नगर कोतवाली क्षेत्रान्गर्त एक मोबाइल दुकान चलाने वाले युवक ने मानसिक तौर पर परेशान होकर फांसी के फंदे से लटककर खुदकुशी कर ली। कारोबारी ने अपनी मौत का जिम्मेदार सुसाइड नोट में अपने भाई और मां को बताया है। कारोबारी ने दोनों के खिलाफ कार्रवाई की बात सुसाइड नोट में लिखी है। नगर कोतवाली पुलिस के मुताबिक क्षेत्रान्गर्त श्रवणनाथ नगर मायापुर निवासी 43 वर्षीय प्रदीप मान पुत्र बहादुर सिंह मान पेशे से मोबाइल कारोबारी थे। मंगलवार को प्रदीप ने अपने श्रवणनाथ नगर स्थित घर पर फांसी के फंदे पर लटककर खुदकुशी कर ली। मंगलवार को जब मृतक के परिजन घर पहुचे तो देखा कि प्रदीप फाॅसी के फन्दे पर लटके हुए थे। आनन-फानन में परिवार वाले आसपास वालों की मदद से उन्हें अस्पताल ले गए। जहां चिकित्सकों ने उन्हें मृत घोषित कर दिया। सूचना मिलते ही नगर कोतवाली के एसएसआई नंदकिशोर और मायापुर चैकी प्रभारी संजीत कंडारी मौके पर पहुंचे। पुलिस के अनुसार मौके पर जांच के दौरान पुलिस को कमरे से एक सुसाइड नोट बरामद हुआ। सुसाईड नोट में मृतक प्रदीप ने अपनी मौत का जिम्मेदार भाई और मां को बताया है। पुलिस के अनुसार परिवार के बीच संपत्ति को लेकर विवाद था। जिस कारण प्रदीप पिछले कुछ दिनों से डिप्रेशन में थे। यह भी सामने आ रहा है कि कुछ संपत्ति को बिना प्रदीप की राय लेकर भेज दिया गया था। प्रदीप रेलवे स्टेशन के पास मोबाइल की दुकान चलाते थे। जबकि श्रवण नाथ नगर स्थित मान होटल को उन्होंने लीज पर दिया हुआ था। एसएसआई नंदकिशोर ग्वाडी ने बताया कि सुसाइड नोट पुलिस में कब्जे में ले लिया है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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