हरिद्वार। भीषण गर्मी में पेयजल किल्लत को लेकर ऋषिकुल में गुरुवार को पार्षद और स्थानीय लोगों ने प्रदर्शन किया। पार्षद ललित सिंह रावत ने कहा कि कई बार शिकायत के बावजूद विभाग पेयजल लाइन के लीकेज को गंभीरता से नहीं ले रहा है। उन्होंने जल्द सभी लीकेज ठीक न करने की स्थिति में जलसंस्थान के अधिकारियों के घेराव की चेतावनी दी है। ऋषिकुल वार्ड में बीते तीन माह से पानी का प्रेशर कम होने से पेयजल किल्लत की समस्या बनी हुई है। गुरुवार को पेयजल सप्लाई सुचारू न होने पर जलसंस्थान लोगों का गुस्सा फूट पड़ा। स्थानीय पार्षद के नेतृत्व में लोगों ने जलसंस्थान के खिलाफ जमकर नारेबाजी की। पार्षद ने कहा कि ऋषिकुल की छह हजार की आबादी पानी के लिए तरस रही है। उन्होंने बताया कि 300 मीटर पेयजल लाइन छह बड़े लीकेज हैं। जलसंस्थान अधिकारियों से बीते तीन माह के दौरान कई बार लीकेज को ठीक कराने की मांग की गई। लेकिन लीकेज ठीक करने के नाम पर विभाग ने गड्ढे खोदकर छोड़ दिये। बताया कि पेयजल समस्या तो दूर नहीं हुई अब गड्ढों में गिरने की संभावना के चलते दुर्घटना का खतरा भी बन गया। प्रदर्शन करने वालों में सुभाष, राजेंद्र रावत, सिधांत रावत, बिटु, शेरसिंह, किशन, शुभम, गोविंद, काला, पंकज, लाल सिंह, जय सिंह, सोनू, सुरेश, सोनी राणा आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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