हरिद्वार। नगर में शुक्रवार देर रात भारी बारिश के चलते नगर के कई इलाकों में जल भराव ने दुश्वारियां बढ़ा दी,जबकि कुछ स्थानों पर दीवार गिर गई। कई स्थानों पर सड़कें धंस गई, जबकि पहले से क्षतिग्रस्त सड़कों की हालत और ज्यादा खराब हो गई। औद्योगिक क्षेत्र सिडकुल में पार्क की दीवार गिरने से दो कार क्षतिग्रस्त हो गई। वहीं, शहर के कई स्थानों पर मलबा भर आया। हरिद्वार इंडस्ट्रीज एसोसिएशन के अध्यक्ष नरेश जैन ने बताया कि बारिश से भारी नुकसान हुआ है। वहीं शहर कोतवाली के आगे पुलिस क्वार्टर के पीछे की दीवार गिर गई। मंसा देवी मार्ग पर अंडरग्राउंड नाला बैठ गया। अपर रोड पर जगह-जगह गहरे गड्ढे हो गए हैं। कांगड़ा मोड़ के पास भूस्खलन हुआ है। केले वाली पुलिया के नाले के ओवरफ्लो होने से नेपाली गली में शारदा मठ के पीछे की दीवार गिर गई। भारत माता पुरम में पार्क की दीवार टूट गई है। इधर, रानीपुर मोड़ पर विशाल मेगा मार्ट के सामने सड़क धंसने से ट्रक का पहिया फंस गया। पुलिस ने क्रेन की मदद से ट्रक को निकलवा यातायात सुचारु कराया। ऋषिकुल कॉलोनी वार्ड 14 में पानी भरने से नाराज स्थानीय निवासियों ने महापौर अनिता शर्मा के बाद भाजपा और प्रशासन के खिलाफ प्रदर्शन किया। आरोप है कि नाले में दर्जन भर से अधिक पाइप डाले गए हैं। मलबा फंसने से जलनिकासी अवरुद्ध होने से पानी घरों और सड़कों पर आ जाता है। इंडस्ट्रियल एरिया की ओर से आ रहा नाला ऋषिकुल पुलिया पर उफनाने से पटियाला बैंक से हिमगिरी होटल तक कीचड़ फैल गया। महापौर ने बताया कि पुलिया चैड़ीकरण का प्रस्ताव भेजा गया है लेकिन कार्य नहीं हुआ। जेसीबी की मदद से नाले की सफाई कराई जा रही है। जिला आपदा प्रबंधन अधिकारी मीरा कैंतुरा ने बताया कि उत्तरी हरिद्वार में किसी जान माल के नुकसान की सूचना नहीं है। सिल्ट आने और जलभराव से थोड़ी दिक्कतें रही। एक दो स्थान पर दीवार गिरने की सूचना मिली है। जेसीबी की मदद से मलबा हटाया जा रहा है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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