हरिद्वार। कोतवाली रानीपुर क्षेत्रान्गर्त शिवालिक नगर निवासी एक शिक्षिका ने फांसी लगा कर आत्महत्या कर ली। पुलिस के अनुसार आत्महत्या का कारण अभी तक स्पष्ट नहीं हो सका है। पुलिस पूछताछ में जुटी हुई है। उधर महिला ने आत्महत्या करने से पहले शीशे में सुसाइड नोट लिखा है। जिसमें महिला ने जीने की इच्छा खत्म होने की बात लिखी है। पुलिस के मुताबिक रानीपुर जे 264 शिवालिक नगर निवासी मनीषा शर्मा (49) पत्नी नवनीत शर्मा पेशे से सरकारी शिक्षिका थीं। मनीषा जूनियर हाई स्कूल अहमदपुर ग्रंट ब्लॉक बहादराबाद में तैनात थीं। आत्महत्या की घटना बीते मंगलवार शाम की है, जब महिला ने अपने कमरे में फांसी के फंदे से लटक कर आत्महत्या कर ली। आत्महत्या का पता तब चला जब महिला का पति नवनीत शर्मा रात को सिडकुल की फैक्ट्री से काम कर वापस लौटे देखा कि पत्नी फांसी के फंदे में लटकी हुई थी। आनन-फानन में पुलिस को सूचना दी गई। सूचना मिलते ही गैस प्लांट चैकी प्रभारी सत्येंद्र सिंह नेगी अपनी टीम के साथ मौके पर पहुंचे और महिला के शव को फंदे से नीचे उतारा। पुलिस ने घर में तलाशी ली तो महिला ने ड्रेसिंग टेबल के शीशे में लिपस्टिक से सुसाइड नोट लिखा हुआ था। महिला ने लिखा था कि उसकी जीने की इच्छा खत्म हो चुकी है। उसकी मौत के पीछे कोई भी जिम्मेदार नहीं है। पुलिस ने बुधवार को महिला शिक्षिका का पोस्टमार्टम कर शव परिजनों के सुपुर्द कर दिया है। कोतवाली प्रभारी योगेश सिंह देव ने बताया कि आत्महत्या के कारण का पता नहीं चल पा रहा है। जानकारी जुटाई जा रही है। पुलिस ने महिला के गोविंदपुरी हरिद्वार स्थित मायके को भी सूचना दे दी है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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