हरिद्वार। विभिन्न मांगों को लेकर चतुर्थ श्रेणी राज्य कर्मचारी संघ चिकित्सा स्वास्थ्य सेवाएं उत्तराखंड के आह्वान पर गुरुवार को स्वास्थ्य विभाग के कर्मचारियों ने बिना अन्न ग्रहण किए अपनी ड्यूटी की। साथ ही अपनी मांगों लेकर विरोध प्रदर्शन भी किया। प्रदेश महामंत्री दिनेश लखेड़ा व जिला मंत्री राकेश कुमार भंवर ने कहा कि चतुर्थ श्रेणी कर्मी उसी पद से सेवानिवृत्त हो जाता है। उसे कोई पदोन्नति भी नसीब होती है। जो पढ़े लिखे कर्मचारी हैं उनको अगर पदोन्नति मिल भी गयी तो ज्यादा से ज्यादा लिपिक ही बन पाता है। संघ द्वारा मांग की गई कि पशुपालन विभाग की तर्ज पर ही चतुर्थ श्रेणी कर्मियों की पदोन्नति की जाए। जिला उपाध्यक्ष ममता, वरिष्ठ नेता सुरेश चंद और राजेंद्र तेश्वर ने कहा कि चतुर्थ श्रेणी कर्मी अग्रिम पंक्ति में ड्यूटी करने के बाद भी कर्मचारियों की पदोन्नति नहीं है तो स्टर्फिंग पैटर्न पर 4200 ग्रेड पे और आयुर्वेद विश्वविद्यालय के ऋषिकुल और गुरुकुल के कर्मियों का डीडीओ कोड बहाल होना चाहिए। ड्यूटी पर रहकर विरोध करने वालों में शिवनारायण सिंह, छत्रपाल, राकेश भंवर, दीपक, सुरेश, महेश कुमार, दिनेश नोटियाल, अरुण कुमार, मुकेश, धर्म सिंह, अजय रानी, रजनी ममता, सुदेश अनिता आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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