हरिद्वार। कोतवाली नगर ने मूर्ति की चोरी करने वाले आरोपी को चोरी की तीन मूर्ति के साथ गिरफ्तार कर लिया है। पुलिस के अनुसार आशुतोष गिरी पुत्र स्व0 बालकृष्ण निवासी मोतीबाजार ने कोतवाली नगर पुलिस में गजराज यादव पुत्र प्रयाग सिंह यादव निवासी न्यू हरिद्वार ज्वालापुर के विरुद्ध तहरीर दी कि उनकी मानसरोवर मार्केट मोतीबाजार स्थित दुकान मे काम करने वाला गजराज द्वारा 24 सितम्बर की रात्रि में दुकान से संगमरमर की 08 मूर्तियां चोरी कर ले गया है। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर मामले की जांच शुरू की। जांच के दौरान पुलिस ने मुखबिर की सूचना के आधार पर शनिवार को आरोपी गजराज यादव पुत्र प्रयाग सिंह निवासी न्यू हरिद्वार ज्वालापुर को ललतारो पुल से चण्डी चैक जाने वाली सड़क से गिरफ्तार कर उसके कब्जे से प्लास्टिक के कट्टे में रखी 03 संगमरमर की मूर्तियों को बरामद की गयी। गिरफ्तार आरोपी को न्यायालय के समक्ष प्रस्तुत किया गया। मामले का खुलासा करने वाली टीम में प्रभारी निरीक्षक अमरजीत सिंह, दरोगा राजेन्द्र सिंह, सिपाही विजयपाल, व मान सिंह शामिल रहें। दूसरी ओर नगर कोतवाली की पुलिस ने दो जरायम पेशेवरों के खिलाफ गुंडा एक्ट में मुकदमा दर्ज किया है। ऐसे अन्य जरायम पेशेवरों की लिस्ट तैयार की जा रही है। पुलिस ने कोतवाली क्षेत्र में हन्नी निवासी काशीपुरा और वीरमान उर्फ शीतकाल निवासी झुग्गी झोपड़ी रोड़ीबेलवाला हरिद्वार लंबे समय से शराब, सट्टे और जुए के धंधे में लगे हुए हैं। दोनों के खिलाफ कई मुकदमें हैं। शहर कोतवाल अमरजीत सिंह ने बताया कि दोनों आरोपितों के खिलाफ गुंडा एक्ट में मुकदमा दर्ज किया गया है। वहीं चेकिग के दौरान गुजरावाला चैक के पास से अजय शर्मा निवासी ललतारौपुल गुजरावाला भवन को अवैध देशी शराब के साथ गिरफ्तार किया गया है। उसके खिलाफ मुकदमा दर्ज कर चालान किया गया है।
हरिद्वार। भाजपा की ओर से ऋषिकेश मेयर,मण्डल अध्यक्ष सहित तीन नेताओं को अनुशासनहीनता के आरोप में नोटिस जारी किया है। एक सप्ताह के अन्दर नोटिस का जबाव मांगा गया है। भारतीय जनता पार्टी ने अनुशासनहीनता के आरोप में ऋषिकेश की मेयर श्रीमती अनिता ममगाईं, ऋषिकेश के मंडल अध्यक्ष दिनेश सती और पौड़ी के पूर्व जिलाध्यक्ष मुकेश रावत को कारण बताओ नोटिस जारी किया है। भाजपा के प्रदेश मीडिया प्रभारी मनबीर सिंह चैहान के अनुसार पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मदन कौशिक के निर्देश पर प्रदेश महामंत्री कुलदीप कुमार ने नोटिस जारी किए हैं। नोटिस में सभी को एक सप्ताह के भीतर अपना स्पष्टीकरण लिखित रूप से प्रदेश अध्यक्ष अथवा महामंत्री को देने को कहा गया है।
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