हरिद्वार। जिलाधिकारी सी0 रविशंकर के निर्देशों का पालन करते हुए डेगू के विरूद्ध अभियान के अन्तर्गत डे आॅफिसर डाॅ0 योगेश भारद्वाज, मुख्य पशु चिकित्सा अधिकारी, द्वारा डेंगू के खिलाफ की जाने वाली कार्रवाई के सम्बन्ध में सभी को सक्रिय करते हुये लगातार समन्वय स्थापित किया गया। डेंगू के लार्वा के स्रोत और डेंगू के लार्वा को नष्ट करने तथा आवश्यक रसायन एवं कीट नाशक के बारे में जानकारी दी गयी। श्री भारद्वार के नेतृत्व में जनपद हरिद्वार स्थित पशु चिकित्सा विभाग के समस्त पशु चिकित्सालयों, डिस्पेंसरियों व जनपद में स्थित समस्त गौशालाओं, काजी हाउस एवं ऐसी परिसम्पत्तियों में जहां डेंगू का लार्वा पनप सकता है, में जनपद के समस्त नगर निगम, नगर पालिका, नगर पंचायत के नगर आयुक्त और अधिशासी अधिकारी, समस्त खंड विकास अधिकारी, अपर मुख्य अधिकारी जिला पंचायत के सहयोग से सक्रिय रूप से जन-जागरूकता सहित छिड़काव का अभियान चलाया और कई स्थानों पर लार्वा नष्ट किया। वृहद कार्यक्रम के तहत जिन-जिन स्थानों पर छिड़काव तथा लार्वा नष्ट करने की सघन कार्रवाई की गयी, उनमें से प्रमुख हैं-कामलेपुर, माधोपुर, खाताखेड़ी, साबतवाली, गौशाला चाव मण्डी, बेहरेकी, मिसारपुर लस्कर, इमलीखेड़ा, खुण्डावाली, सफरपुर ब्लाॅक रूड़की, खेड़ीपुर, धनपुरा ब्लाॅक बहादराबाद, मोहम्मदपुर, धीर माज्जरा, हल्लू माज्जरा, नन्हेरा अनन्तपुर, पदार्थ लस्कर रोड ब्लाॅक भगवानपुर, मातावाला बाग नगर पंचायत लण्ढौरा आदि प्रमुख हैं। यहां यह भी उल्लेखनीय है कि नगर निगम रूड़की द्वारा इस अभियान के लिये रूड़की शहर को 04 जोन में विभक्त किया गया था। प्रति जोन में 10 वार्डों को रखा गया था। प्रत्येक जोन में सोर्स रिडक्शन व लार्वा विनष्टीकरण के लिये एक टीम का गठन किया गया था। कुल 46 गौशाला/ पशु चिकित्सालय/डिस्पेंसरी का निरीक्षण किया गया, जिसमें से दो गौशाला, पशु चिकित्सालय, डिस्पेंसरी में डेंगू लार्वा पाया गया, जिसे तत्समय नष्ट किया गया। डेंगू का लार्वा पनपने की सम्भावित जगहों पर कीटनाशक छिड़काव तथा जन-जागरूकता अभियान चलाकर सभी ने मिशन के रूप में जिलाधिकारी के आदेशों का पालन किया, ताकि जनपद को डेंगू और मलेरिया जैसी बीमारियों से मुक्त किया जा सके।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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