हरिद्वार। हर वर्ष की भांति बीएचईएल में हिंदी दिवस का गरिमापूर्ण आयोजन किया गया। इस वर्ष कार्यक्रम को वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से आयोजित किया गया। नई दिल्ली स्थित बीएचईएल के कॉरपोरेट कार्यालय में मुख्य अतिथि तथा कंपनी के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डा. नलिन सिंघल ने दीप प्रज्वलन के द्वारा समारोह का शुभारम्भ किया। कार्यक्रम को सम्बोधित करते हुए डा.नलिन सिंघल ने कहा कि किसी भी देश की एकता और अखंडता को कायम रखने के लिए संपर्क भाषा का होना जरूरी है। उन्होंने कहा कि हिंदी इस भूमिका को बहुत अच्छी तरह निभा रही है। इससे पहले निदेशक (मानव संसाधन) अनिल कपूर ने मुख्य अतिथि, सभी निदेशकों, विशिष्ट वक्ता तथा वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से जुड़े सभी इकाई प्रमुखों एवं अन्य प्रतिभागियों का स्वागत किया। विशिष्ट वक्ता तथा सुप्रसिद्ध कवि विनय विन्रम ने बीएचईएल के सभी अधिकारियों एवं कर्मचारियों को हिंदी में अपना काम करने के लिए प्रेरित किया। महाप्रबंधक- प्रभारी (मानव संसाधन) बलवीर तलवार ने सभी प्रतिभागिओं का आभार व्यक्त किया। बीएचईएल हरिद्वार में भी हिंदी दिवस के अवसर पर विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन किया गया। इस अवसर पर केंद्रीय भारी उद्योग एवं लोक उद्यम मंत्री प्रकाश जावेड़कर, राज्य मंत्री अर्जुन राम मेघवाल, बीएचईएल के अध्यक्ष एवं प्रबंध निदेशक डा. नलिन सिंघल तथा बीएचईएल हरिद्वार के कार्यपालक निदेशक संजय गुलाटी के शुभकामना संदेश प्रसारित किए गए। अपने संदेश में गुलाटी ने सभी कर्मचारियों को अपना समस्त कार्य हिंदी में करने का संकल्प लेने तथा अन्य लोगों को भी हिंदी में काम करने के लिए प्रेरित करने का आह्वान किया। इस वर्ष राजभाषा विभाग द्वारा विभिन्न ऑनलाइन प्रतियोगिताओं का आयोजन किया गया। जिनमें राजभाषा एवं सामान्य हिंदी ज्ञान, अनुवाद एवं हिंदी व्याकरण ज्ञान, हिंदी टाइपिंग आदि शामिल रहीं।इस अवसर पर अनेक महाप्रबंधकगण, विभागाध्यक्ष, वरिष्ठ अधिकारी, कर्मचारी, राजभाषा विभाग के सदस्य, हिंदी समितियों एवं चक्रों के अध्यक्ष तथा सचिव आदि उपस्थित रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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