हरिद्वार। जनपद में कोरोना संक्रमण का शतकीय प्रहार लगातार जारी है। शनिवार को जनपद में 215 कोविड19 कोरोना वायरस संक्रमित नये मरीजों की पहचान के साथ ही संक्रमितों की संख्या बढ़कर 7428 हो गयी है। हलांकि जनपद में एक्टिव केस की संख्या 334 है,जिनका उपचार जारी है। कोरोना संक्रमित 50लोगों के स्वस्थ होने पर उन्हे कोविड अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया। शनिवार को 1329लोगों के सैंपल कोविड19 जांच के लिए भेजे गये। मुख्य चिकित्सा अधिकारी की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार शनिवार को जनपद में कोविड19 यानि कोरोना वायरस के 215 नये मरीजों की पहचान की गयी। जबकि 1329 लोगो के सैंपल जांच के लिए भेजे गये। संक्रमितों मंे सबसे ज्यादा रूड़की क्षेत्र से शामिल है। जनपद में 617कटेनमेंट जोन भी बरकरार है। अब तक जनपद से 94546 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गये,जिनमें से 89837 लोगों की सैंपल रिर्पोट आ चुकी है,82647 नेगेटिव,7428 पाॅजिटिव के अलावा 2641लोगों के सैंपल की जांच रिर्पोट का इंतजार है। 50कोविड मरीजों को स्वस्थ होने पर कोविड अस्पताल से डिस्चार्ज किया गया। शनिवार को सबसे ज्यादा रूड़की क्षेत्र से 101,बहादराबाद क्षेत्र से 49,हरिद्वार शहरी क्षेत्र से 46,लक्सर से 6,नारसन क्षेत्र से 4 के अलावा खानपुर से तीन व भगवानपुर से 1 संक्रमितों के अलावा एक गर्भवती महिला व अन्य राज्यों अथवा जिलों से आये 5 शामिल है। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सेंथिल अवूदई कृष्णराज एस के बाद शनिवार को एसएसपी कार्यालय अंतर्गत सीओ सदर बिजेंद्र डोभाल की रिपोर्ट भी पॉजिटिव आई है। रिपोर्ट आने के बाद उन्होंने खुद को होम आइसोलेट कर लिया है। सीएमओ डॉ. एसके झा ने बताया कि सीओ सदर के गनर, ड्राइवर, फालोवर समेत कार्यालय में तैनात छह कर्मचारियों की भी जांच कराई गई। जिनकी रिपोर्ट रविवार तक आने की बात कही जा रही है। इसके साथ ही पुलिस लाइन के प्रतिसार निरीक्षक जितेंद्र जोशी भी पॉजिटिव आए हैं।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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