हरिद्वार। जिलाधिकार सी.रविशंकर ने कलेक्ट्रेट परिसर से जनपद में राष्ट्रीय पोषण अभियान की शुरूआत की। महिला सशक्तिकरण एवं बाल विकास विभाग उत्तराखण्ड द्वारा आज पोषण अभियान के तहत कार्यक्रम आयोजित किया गया है। डीएम ने विभागीय योजना का उद्घाटन करते हुए सभी को बच्चों के सही पोषण और देखभाल की शपथ दिलायी। इस अवसर पर डीपीओ भारती सहित बाल विकास विभाग के अधिकारी एंव कर्मचारी उपस्थित रहे। जिला अधिकारी ने कहा कि बाल विकास विभाग के द्वारा 30 सितम्बर तक चलाये जाने वाले पोषण अभियान के माध्यम से बच्चों के कुपोषण को रोकने के लिए प्रभावी ढंग से जन जागरूकता अभियान चलाया जायेगा। बच्चों में पोषण को बढ़ावा देने के लिए बच्चों के लिए आवष्यक पौष्टिक आहार के साथ-साथ बाल विकास विभाग की ओर से दिये जाने वाले सुगंधित दूध और उर्जा पाॅउडर के बारे में पूरे माह जागरूकता अभियान चलाया जायेगा। पोषण अभियान का उद्देश्य जन्म से 6 वर्ष के बच्चों में अल्प पोषण और कम वजन भार को 2 प्रतिशत की दर से प्रतिवर्ष कम करना, साथ ही 6 माह से 5 वर्ष तक के बच्चों तथा 15 वर्ष की किशोरियों एवं महिलाओं में 3 प्रतिशत की दर से रक्त अल्पता को कम करना है। महिलाओं और बच्चों के पोषण को गंभीरता से लेकर जागरूकता व धरातल पर कार्य करने के लिए प्रति वर्ष एक माह तक अभियान चलाया जाता है। जिलाधिकारी ने कहा कि बच्चे हमारे कल की पूंजी हैं, इन्हें स्वस्थ और तंदुरूस्त बनाने के लिए महिला एवं बाल विकास विभाग की ओर से आंगनबाड़ी केंद्रो में दिये जाने वाला पोषाहार वितरण लाभदायक है। विभाग की ओर से कुपोषण मुक्ति के निर्धारित लक्ष्यों को प्राप्त करने हेतु पूरे माह सितम्बर को पोषण माह के रूप मे मनाया जा रहा है। पोषण माह के अन्तर्गत राज्य मे गांव स्तर तक विभिन्न गतिविधियां आयोजित की जा रही हैं। जिसमे मुख्य रूप से गर्भवती महिलाओं की गोद भरायी, छः माह के उपरान्त बच्चों को अर्द्धठोस आहार के लिए प्रेरित करने के लिए अन्नप्राषन, सम्पूर्ण स्तनपान की जानकारी, स्थानीय खाद्यानों व पौष्टिक आहार के बारे में जानकारी दी जाती है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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