हरिद्वार। जनपद में कोरोना संक्रमण के कहर फूटने का सिलसिला जारी है। बुधवार को 151 नये संक्रमितों मरीजों की पहचान की साथ ही जनपद में संक्रमितों की संख्या पांच हजार के नजदीक पहुचने वाला है। बुधवार को जनपद से 1500 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गये। वही अभी 32सौ से अधिक लोगों के सैंपल की रिर्पोट का इंतजार है। वही जनपद में कटेनमेंट जोन की संख्या 490 पहुच गयी है। मुख्य चिकित्सा अधिकारी की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार बुधवार को जनपद में 151नये संक्रमितों की पहचान की गयी। जनपद में संक्रमितों की संख्या 4921 हो गयी है। हलांकि एक्टिव केसों की संख्या 420 है,जो विभिन्न कोविड केयर केन्द्रों में जारी है। बुधवार को 71 लोगों को स्वस्थ होने पर डिस्चार्ज किया गया। अभी भी 3260 लोगों के सैंपल की जांच रिर्पोट का इंतजार है। बुधवार को 1500 लोगों के सैंपल जांच के लिए भेजे गये,जबकि कटेनमेंट जोनों की संख्या बढ़कर 490 हो गयी है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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