हरिद्वार। पिछले दो दिनों से जनपद में कोविड19 यानि कोरोना वायरस संक्रमण की रफ्रतार में कमी आई है। शुक्रवार को जनपद में 58 नये कोरोना पॉजिटिव की पहचान की गयी। इसके साथ ही जनपद में संक्रमितों की संख्या आठ हजार के निकट पहुचने वाली है। हलांकि एक्टिव केस की संख्या 343 है,जिनका उपचार कोविड केयर केन्द्रों में जारी है। शुक्रवार को 1322लोगों के सैंपल कोविड जांच के लिए भेजे गये। मुख्य चिकित्सा अधिकारी की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार जनपद में शुक्रवार को कोरोना वायरस संक्रमित के 58नये मामले सामने आने के साथ ही जनपद में कोरोना संक्रमितों की संख्या बढ़कर अब 7967 हो गई है। इसके साथ ही एक्टिव कंटेंटमेंट जोन घटकर 336 हो गई है। शुक्रवार को 26 लोगों को स्वस्थ होने पर घर के लिए डिस्चार्ज कर दिया गया। हलांकि जनपद के विभिन्न कोविड केयर सेंटर में कोरोना संक्रमण के एक्टिव केस 343 हैं जिनका उपचार जारी है। जनपद के विभिन्न अस्पतालों में अब तक भर्ती मरीजों की संख्या 4209 पर स्थिर है, जबकि अब तक 4209 मरीजों के नेगेटिव आने के बाद उन्हें घर भेज दिया गया है। शुक्रवार तक 103844 लोगों के कोविड टेस्ट के लिए सैंपल लिए जा चुके हैं जिनमें से 101215 लोगों की रिपोर्ट आ गयी है जिनमे से 91154 लोगो की रिपोर्ट नेगेटिव आई है। 7967 पाॅजिटिव पाये गये है,इनमें से 343 लोग कोरोना संक्रमित होने के बाद भर्ती किए गए हैं। जनपद में कटेनमेंट जोन की संख्या भी घटकर 336 हो गयी है। शुक्रवार को हरिद्वार शहरी क्षेत्र से 20,रूड़की शहरी क्षेत्र से 20,बहादराबाद क्षेत्र से 12 के अलावा भगवानपुर क्षेत्र से 5 संक्रमितों की पहचान की गयी।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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