हरिद्वार। शहर के कई इलाकों में नलों से दूषित पानी आने की शिकायतों एवं पानी की किल्लत को लेकर व्यापारियों ने महानगर व्यापार मंडल के जिलाध्यक्ष सुनील सेठी के नेतृत्व में जल संस्थान के खिलाफ प्रदर्शन कर विरोध जताया। सुनील सेठी ने कहा कि उत्तरी हरिद्वार सहित शहर के तमाम इलाकों में नलों से दूषित पानी आने की शिकायतें रोजाना सामने आ रही हैं। दूषित पानी का सेवन करने से संक्रामक बीमारियां फैल रही है। दूषित पानी की आपूर्ति की वजह से लोग टायफाइड व वायरल जैस रोगों से ग्रसित हो रहे हैं। जल संस्थान के अधिकारी कभी भी कोई जांच करने के लिए दफ्तरों से बाहर तक नही निकलते। अधिकारियों की लापरवाही की वजह से जनता परेशान है और गन्दा पानी पीने को मजबूर है। सेठी ने चेतावनी देते हुए कहा कि यदि जल्द व्यवस्था नही सुधरी तो मुख्यमंत्री से मुलाकात कर अधिकारियों के निलंबन की मांग की जाएगी। खड़खडेश्वर व्यापार मंडल अध्यक्ष राजेश सुखीजा, विनोद गिरी एवं धर्मपाल प्रजापति ने कहा कि कई इलाकों में हमेशा पानी की किल्लत बनी रहती है। बिना सूचना दिए ही जल संस्थान कभी भी पानी की सप्लाई बाधित कर देता है। कोरोना काल में जनता के बार बार पानी के बिल माफ करने की मांग के बाद भी यदि सरकार बिल माफ नहीं कर सकती तो कम से कम साफ व पूरा पानी तो जनता को उपलब्ध कराए। विरोध जताने वालों में मुख्य रूप से सोनू सुखीजा, राजेश शर्मा, भूदेव शर्मा, बुद्धि सिंह नेगी, सुभाष ठक्कर, शुभम सुखीजा, रिंकू कुमार, मनीष धीमान, प्रीतम सिंह, दीपक मेहता, योगेश अरोड़ा, प्रदीप कुमार, एसएन तिवारी, पंकज ममगाई, रोहित कुमार, राजेश शर्मा, रवि कुमार, शिप्पी भसीन, रविन्द्र चैहान, अरुण कुमार, मयंक कुमार, राहुल चैहान, गणेश शर्मा, अशोक वर्मा आदि शामिल रहे।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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