हरिद्वार। पथरी क्षेत्र के गांव बादशाहपुर स्थित रविदास मंदिर के बाहर दिनभर ग्रामीणों का जमावड़ा लगा रहा। हालांकि पांच दिन की मोहलत पूरी होने के बावजूद प्रशासन की टीम मंदिर हटाने नहीं पहुंची। वहीं, हरिद्वार ग्रामीण विधायक स्वामी यतीश्वरानंद ने ग्रामीणों को मंदिर को नहीं टूटने देने का आश्वासन दिया है। गांव बादशाहपुर स्थित तालाब की भूमि पर बना मंदिर हटाने पहुंची प्रशासन की टीम को भारी विरोध का सामना करना पड़ा था। भाजपा के चार विधायकों सहित कांग्रेस, बसपा, भीम आर्मी नेताओं ने कार्रवाई का विरोध किया था। इसके बाद प्रशासन ने मंदिर शिफ्ट करने के लिए पांच दिन की मोहलत दी थी। ग्रामीण तभी से मंदिर पर डेरा डाले हुए हैं। रविवार को पांचवें दिन भी ग्रामीण मंदिर परिसर में ही डटे रहे। ग्रामीणों ने मंदिर परिसर में दिनभर डेरा डाले रखा। इस दौरान मंजीत, कीरत कर्णवाल, नीरज, मांगेराम, साहुल खान, बिट्टू कुशवाहा, मदन पाल, रामकुमार, धनिराम, अनिल कुमार, शिव कुमार, रोहित, सचिन, लाल सिंह, नरेंद्र, शिवकुमार, अंकुल, सहित अन्य ग्रामीण मौजूद रहे
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा ...
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