हरिद्वार। नगर कोतवाली क्षेत्र के काशीपुरा में महिला की सदिग्ध मौत के मामले में पुलिस ने जांच के बाद मृतका के पति को गिरफ्तार कर लिया। पुलिस के अनुसार मृतका के पति ने अपनी पत्नी की चुन्नी से गला दबाकर हत्या कर डाली। इसके बाद पति शव को कंधे पर रख दो किमी चलते हुए जिला अस्पताल पहुंचा। फिर शव अस्पताल में छोड़कर रफूचक्कर हो गया। पुलिस ने आरोपी को बीती देकर पकड़ लिया। आरोपी ने पुलिस को दिए बयान में बताया कि पत्नी अक्सर दूसरे पुरुषों से फोन पर बात किया करती थी। ज्ञात रहे कि नगर कोतवाली क्षेत्र के काशीपुरा निवासी सुनीता (24 वर्ष) की मंगलवार रात को संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई। रात में ही महिला का शव लेकर पति प्रमोद जिला अस्पताल पहुंचा था। उसने सुनीता की खुदकुशी की बात डॉक्टरों से कही और वहां से चला गया। महिला के गले में निशान होने के कारण पुलिस ने शव कब्जे में लेते हुए आरोपी प्रमोद को हिरासत में ले लिया। पुलिस ने पूछताछ शुरू की तो शुरुआत में प्रमोद ने मुंह नहीं खोला। सख्ती से पूछताछ पर घटना का खुलासा हो गया। आरोपी प्रमोद ने पुलिस को बताया कि मंगलवार की रात जब वह 12 बजे उठा तो पत्नी किसी पुरुष से फोन पर बात कर रही थी। उसे शक था कि कई पुरुषों से उसकी पत्नी फोन पर बात करती है। इसी बात से गुस्सा होकर रात में ही उसने पत्नी की चुन्नी से गला दबाकर हत्या कर दी। बुधवार रात को पुलिस ने आरोपी प्रमोद पुत्र वारु लाल निवासी काशीपुरा हरिद्वार को गिरफ्तार कर लिया। कोतवाली प्रभारी अमरजीत सिंह ने बताया कि जांच जारी है। जब पुलिस ने इस घटना के जानकारी मृतका के परिजनों को दी तो उन्हें कतई विश्वास नहीं हुआ कि उनका दामाद इस तरह की घिनौनी वारदात कर सकता है। आखिरी समय तक ससुराल पक्ष के लोग प्रमोद के पक्ष में थे, लेकिन जब सच्चाई सामने आई तो सबके होश उड़ गए। पुलिस के अनुसार, प्रमोद और सुनीता के बीच कई बार विवाद हुआ था। महिला के परिजनों का आरोप है कि प्रमोद ने शराब के नशे में धुत होकर ही पत्नी की हत्या की है।
हरिद्वार। कुंभ में पहली बार गौ सेवा संस्थान श्री गोधाम महातीर्थ पथमेड़ा राजस्थान की ओर से गौ महिमा को भारतीय जनमानस में स्थापित करने के लिए वेद लक्ष्णा गो गंगा कृपा कल्याण महोत्सव का आयोजन किया गया है। महोत्सव का शुभारंभ उत्तराखंड गौ सेवा आयोग उपाध्यक्ष राजेंद्र अंथवाल, गो ऋषि दत्त शरणानंद, गोवत्स राधा कृष्ण, महंत रविंद्रानंद सरस्वती, ब्रह्म स्वरूप ब्रह्मचारी ने किया। महोत्सव के संबध में महंत रविंद्रानंद सरस्वती ने बताया कि इस महोत्सव का उद्देश्य गौ महिमा को भारतीय जनमानस में पुनः स्थापित करना है। गौ माता की रचना सृष्टि की रचना के साथ ही हुई थी, गोमूत्र एंटीबायोटिक होता है जो शरीर में प्रवेश करने वाले सभी प्रकार के हानिकारक विषाणुओ को समाप्त करता है, गो पंचगव्य का प्रयोग करने से शरीर की रोगप्रतिरोधक क्षमता बढ़ती है, शरीर मजबूत होता है रोगों से लड़ने की क्षमता कई गुना बढ़ाता है। उन्होंने कहा कि वर्तमान में वैश्विक महामारी ने सभी को आतंकित किया है। परंतु जिन लोगों की रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत है। कोरोना उनका कुछ नहीं बिगाड़ पाता है। उन्होंने गो पंचगव्य की विशेषताएं बताते हुए कहा कि वर्तमा
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